दवा व्यवसायी व संकट मोचन हनुमान मंदिर जनरल हाट कमेटी के अध्यक्ष संजीव कुमार रौशन उर्फ मुन्ना जायसवाल पर गोली चलाने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने से व्यवसाइयों में भारी आक्रोश है।
व्यवसाइयों ने शुक्रवार को बाजार बंद रखने के साथ ही यातायात बाधित करने का निर्णय लिया है।
अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित व्यवसाइयों ने बुधवार की देर शाम वाणिज्य समिति धर्मशाला में सज्जन अग्रवाल की अध्यक्षता में बैठक की। 12 नवंबर शुक्रवार से बाजार बंद और सड़क पर आवागमन अवरुद्ध कर धरना पर बैठने का निर्णय लिया।
बैठक में कहा गया कि घटना के बने भय और दहशत के माहौल को देखते हुए बिहारीगंज पुलिस द्वारा गोली कांड का खुलासा और अपराधियों को गिरफ्तार करने की बात कही गयी थी। इसके बाद वरीय पदाधिकारियों द्वारा इस घटना का कोई संज्ञान नहीं लिया गया। मशाल जुलूस और आक्रोश मार्च निकाल पुलिस का पुतला दहन कर विरोध जताया गया। बावजूद वरीय पदाधिकारी इस मामले को लेकर उदासीन बने हैं।
इसको लेकर स्थानीय व्यवसायियों एवं नगरवासियों में भारी आक्रोश है। स्थिति को देखते हुए बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि बिहारीगंज थाना अध्यक्ष को निलंबित करने, गोली कांड का खुलासा, अपराधियों की गिरफ्तारी, व्यवसायियों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग को लेकर शुक्रवार से अनिश्चित कालीन बाजार बंद किया जाएगा। सड़क पर धरना देकर आवागमन अवरूद्ध किया जाएगा।
फिलहाल दवा की दुकानों को एक दिन के लिए बंद किया जाएगा। बैठक के दौरान लोगों ने बिहारीगंज थानाध्यक्ष पर अपराधियों को संरक्षण देने, देसी-विदेशी शराब माफियाओं से मिलीभगत कर पैसे लेकर शराब बिकवाने सहित कई गंभीर आरोप लगाए। बैठक की अध्यक्षता कर रहे सज्जन अग्रवाल ने कहा कि थाना से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर गोलीबारी की घटना और अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होना गंभीर मामला है।
इससे स्पष्ट है कि नगर के व्यवसायी और आम लोग सुरक्षित नहीं हैं। लोगों में असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है। लोग दहशत में हैं। प्रो. उमेश जायसवाल ने आक्रोश व्यक्त कर कहा कि पुलिस को आम लोगों के जानमाल की कोई चिंता नहीं है। बैठक में प्रो. उमेश जायसवाल, अरुण साह, प्रीतम जायसवाल, सुबोध अग्रवाल, मनीष जायसवाल, चंद्रनाथ साहा, बबलू सर्राफ, अमित आनंद टोली, राजेश कुमार साह, सुमन झा सहित सैकड़ों व्यवसायी और आमलोग मौजूद रहे