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बिहार के दो जिलों में बीते दो दिनों में 23 लोगों की मौत हो चुकी है। 16 की हालत गंभीर है। मरने वालों में 13 गोपालगंज के रहने वाले थे। यहां 7 लोगों की हालत गंभीर है। इनमें 3 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। बेतिया में 10 मौतें हुई हैं। यहां 7 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। आशंका है कि इन सभी ने जहरीली शराब पी थी।
।।गोपालगंज में जिन लोगों की शराब पीने से तबीयत बिगड़ी, उनका मोतिहारी के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मरने वाले सभी लोग महम्मदपुर थाने के कुशहर, महम्मदपुर, मंगोलपुर, बुचेया और छपरा के मसरख थाने के रसौली गांव के रहने वाले थे। इन सभी ने मंगलवार को शराब पी थी। इसके बाद इनकी तबीयत बिगड़ना शुरू हो गई थी।
गांव वालों ने बताया कि बुधवार शाम तक 8 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, गुरुवार सुबह तक मोतिहारी और गोपालगंज के अस्पताल में भर्ती पांच और लोगों की मौत हो गई। इससे मृतकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई। हालांकि, प्रशासन ने गुरुवार सुबह तक मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी की बात से इनकार किया है। जिन आठ लोगों की पहले मौत हुई थी बुधवार शाम को इन सभी के घर खनन मंत्री जनक राम पहुंचे। उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिया।
बेतिया प्रशासन ने कहा- मामला संदिग्ध है
बेतिया की घटना में पीड़ितों के परिजन ने बताया कि बुधवार शाम इन लोगों ने गांव में देसी चुल्हाई शराब पी थी। देर रात तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती करवाया। इनमें से 8 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। उधर, पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। DM कुंदन कुमार का कहना है कि मामला संदिग्ध लग रहा है। मेडिकल टीम भेजकर जांच करवाई जा रही है।
घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। इधर, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस मामले में छानबीन में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। DM कुंदन कुमार ने बताया कि 8 लोगों की मौत की सूचना मिली है। मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। मेडिकल टीम भेजकर जांच करवाई जा रही है।
मृत बच्चा यादव की पत्नी जलकुआरी देवी ने बताया कि नौतन थाना क्षेत्र के दक्षिण तेलुआ पंचायत के हरिजन टोली गांव में बुधवार शाम शराब पी थी, जिसके बाद इनकी घर आने पर तबीयत खराब हो गई। जब हॉस्पिटल ले गया गया तो वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया और बताया कि जहरीली शराब पीने से मौत हुई है।
ग्रामीणों का कहना है कि बुधवार शाम को इन लोगों ने गांव में ही शराब पी थी। देर रात हालत बिगड़ी तो 8 को जीएमसीएच और 9 को जगदीशपुर हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। इनमें से 8 की इलाज के दौरान मौत हो गई है। पुलिस मामले को गंभीरता से ले और जहरीली शराब बेचने वालों को गिरफ्तार करे।
मरने वालों के नाम
- हाशिम खान
- मुकेश पासवान
- हनुमत सिंह
- महराज यादव
- बच्चा यादव
- जवाहिर सहनी
- मकोदर सहनी
- रमेश सहनी
गोपालगंज में 13 लोगों की मौत
बता दें कि गोपालगंज में जहरीली शराब कांड मामले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। वहीं 3 लोगों की आंख की रोशनी चली गई है, जबकि 7 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। इनका गोपालगंज, मोतिहारी के अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
2021 में जहरीली शराब ने ली 80 की जान
बिहार में अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) लागू है, लेकिन यहां जहरीली शराब से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। साल 2021 में अब तक 15 अलग-अलग घटनाओं में जहरीली शराब से करीब 80 लोगों की मौत हो चुकी है। यही रफ्तार रही तो इस साल यह आंकड़ा सौ पार कर ले तो आश्चर्य नहीं।
साल 2021 की कुछ घटनाएं, एक नजर
- पश्चिम चंपारण व गाेपालगंज की बीते दो दिनों के दौरान की घटनाओं के पहले भी ऐसी कई बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। इस साल जहरीली शराब से मौत का खाता मुजफ्फरपुर में 17 और 18 फरवरी 2021 को कटरा थाना इलाके में पांच की मौत से खुला था। आगे 26 फरवरी को भी मुजफ्फरपुर के मनियार स्थित विशनपुर गिद्दा में दो ग्रामीणों की मौत हाे गई। फिर, 28 अक्टूबर 2021 को भी मुजफ्फरपुर के सरैया थाना क्षेत्र के रूपौली और विशहर पट्टी गांवों में जहरीली शराब ने आठ लोगों की जान ले ली।
- जहरीली शराब से मौत के बड़ी घटना नवादा में होली के बाद हुई थी, जब टाउन थाना क्षेत्र के गांवों में 16 से अधिक लोगों की जान गई थी। होली के बाद ही जहरीली शराब से बेगूसराय के बखरी में दो, कोचा में चार, गोपालगंज के विजयपुर के मंझौलिया में तीन, मुफस्सिल के बरही बीघा में एक, रोहतास के करगहार में एक तथा कैमूर के टाउन थाना क्षेत्र में दो लोगों की मौत हो गई थी।
- जहरीली शराब से मौत की एक और बड़ी घटना तुलाई में पश्चिमी चंपारण में 16 की मौत के साथ चर्चा में आई थी। आगे सीवान के गुठनी में बीते 24 अक्टूबर को चार तथा इसके पहले वैशाली के राजापाकड़ में 12 अक्टूबर को एक की मौत की घटनाएं भी चर्चा में रहीं।
विपक्ष हमलावर तो बचाव में उतरा जेडीयू
लगातार हो रही ऐसी घटनाओं को विपक्ष बिहार में शराबबंदी की विफलता मानता है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रवक्ता चितरंजन गगन कहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिखावे वाली शराबबंदी ने एक समानांतर अर्थव्यवस्था को जन्म दिया है, जिसमें अवैध शराब निर्माण, शराब की तस्करी तथा उसकी घरों में आपूर्ति को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। इस कारण निर्दोष लोगों की मौत हो रही है। विपक्ष की आलोचना के बीच जेडीयू प्रवक्ता डा. सुहेली मेहता कहतीं हैं कि ये घटनाएं निश्चित तौर पर दर्दनाक हैं और नहीं होनी चाहिए। हालांकि, इसमें समाज की सक्रिय भागीदारी भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अवैध शराब की घटनाओं को लेकर गंभीर हैं। उन्होंने शीर्ष पुलिस और आबकारी अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।