फ्लिपकार्ट का उक्त कार्यालय सुपौल-पिपरा रोड स्थित गौरवगढ़ चौक से आगे है। घटना के बाबत फ्लिपकार्ट कार्यालय के कर्मी संतोष कुमार ने बताया कि घटना 8 बजकर 35 मिनट की है। उस वक्त कार्यालय में उसके अलावा एक अन्य कर्मी सरोज कुमार भी था। अपराधी कार्यालय के अंदर घुसे और उसके सिर पर पीछे से किसी चीज से मारा। फिर अपराधी ने उससे पूछा कि कैश कहां है। जिस पर संतोष ने अपराधियों से कहा कि कैश लाकर का चाभी मेरे पास नहीं है। चाभी अमित सर के पास है और वे सब्जी लाने गए हैं, दस मिनट में आएंगे। जिसके बाद वे लोग संतोष को पिस्तौल सटा कर बैठा दिया। फिर अपराधियों ने दूसरे कर्मी सरोज से पूछा कि तुमलोग मोबाइल कहां रखते हो। सरोज ने अपराधियों को मोबाइल वाली जगह दिखा दी। तत्पश्चात अपराधी मोबाइल को बोरा में भरने लगा।
उसके अलावा कपड़ा सहित अन्य समान भी बोरा में भर लिया। वहीं कुछ अपराधी सीसीटीवी का डीवीआर खोलने लगा। फिर कार्यालय के मैनेजर अमित कुमार शर्मा व विजय प्रकाश आये। अमित आते ही संतोष को आवाज देने लगे। अपराधियों में से एक ने कहा कि संतोष यहां है, अंदर ही आ जाइये। जब दोनों व्यक्ति अंदर गए तो अपराधियों ने अमित के सिर पर भी पीछे से मारा और उसे पिस्तौल सटाते हुए लाकर की चाभी की मांग करने लगे। चाभी विजय प्रकाश के पास थी।
वह चाभी नहीं दे रहा था तो अपराधी उसके हाथ पर तेज हथियार से वार करने लगा। तत्पश्चात विजय प्रकाश ने चाभी दे दी। फिर अपराधी सारा कैश निकाल कर चलते बने। संतोष के अनुसार रविवार का ही पैसा 3 लाख 20 हजार से उपर था। उसके बाद 8 लाख के लगभग तीन दिन का कैश था। उसका कहना था कि अभी राशि का मिलान नहीं किया गया है।
फिलहाल कार्यालय द्वारा अपराधियों द्वारा लूटी गई राशि व अन्य सामान का मिलान नहीं किया गया है, जिसके चलते नकद सहित कितने के सामान की लूट हुई इसका सही-सही पता नहीं चल पाया है। इधर थानाध्यक्ष बिनोद कुमार ङ्क्षसह ने कहा कि पुलिस तहकीकात में जुटी हुई है। सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। समाचार प्रेषण तक इस मामले में पुलिस को कोई उपलब्धि हासिल नहीं हुई थी।