
पहली और दूसरी दोनों पारियों में टीम इंडिया (Team India) के बल्लेबाजों ने कीवी बॉलर्स के आगे घुटने टेक दिए. कोई भी इंडियन बैट्समैन हाफ सेंचुरी भी नहीं लगा पाया. ऐसे हालात में जीत की उम्मीद करना बेमानी था.

पहली पारी में न्यूजीलैंड ने 249 रन बनाए जिसके आधार पर उसे 32 रन की लीड मिली. भले ये आंकड़ा दिखने में छोटा लगे लेकिन लो स्कोरिंग मैच में इसकी अहमियत काफी बढ़ गई. कीवी टीम को इस बढ़त का फायदा हुआ, उन्हें जीत के लिए महज 139 रन का टारगेट मिला, जिसे उसने महज 2 विकेट खोकर पूरा कर लिया.

इस महामुकाबले में हर भारतीय बॉलर जीत के लिए जद्दोजहद करता दिखा, लेकिन जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) का नाकाम होना टीम इंडिया (Team India) को नुकसान पहुंचा गया. पहली पारी में बुमराह की झोली खाली रही वहीं दूसरी पारी में भी उनका जादू जरा भी नहीं चला. इस तरह वो मैच में विकेट से महरूम रह गए.

न्यूजीलैंड की दूसरी पारी के दौरान चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) की मिसफील्डिंग भारत को भारी पड़ गई. दरअसल इस मैच के एक बेहद अहम वक्त पर पुजारा ने टेलर का कैच टपका दिया, जिसके बाद ये टीम इंडिया (Team India) की हार का एक बहुत बड़ी वजह बना. 31 वें ओवर के दौरान जसप्रीत बुमराह की एक गेंद को टेलर ने रोकने की कोशिश की और किनारा लग कर गेंद सीधी पुजारा के पास गई. लेकिन पुजारा के हाथ से गेंद छिटक गई और टेलर आउट होने से बच गए. उस वक्त न्यूजीलैंड (New Zealand) का स्कोर 84 रन पर 2 विकेट था.

विराट कोहली (Virat Kohli) ने भले ही टीम इंडिया को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (ICC World Test Championship Final) में पहुंचाया, लेकिन अहम मुकाबले में उनकी नाकामी फिर दुनिया के सामने आ गई. वो कीवी टीम के खिलाफ सटीक रणनीति बनाने में नाकाम रहे और उनकी कप्तानी में भारत का आईसीसी ट्रॉफी जीतना का ख्वाब महज ख्वाब ही रह गया.