सहरसा। देश की प्रमुख धरोहरों में से एक धरोहर महिषी स्थित पं. मंडन मिश्र की भूमि है इसका समुचित विकास किया जाना आवश्यक है। इसके लिए प्रशासनिक स्तर से पहल की जानी चाहिए। यही नहीं इस स्थल के विकास में ग्रामीणों को आगे आने की आवश्यकता है। उक्त बातें महिषी आगमन पर पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजय करोल ने कही।
मंडन धाम की वर्तमान स्थिति पर चिंता जताते हुए मुख्य न्यायाधीश ने इस भूमि की मिट्टी को माथे से लगाकर भूमि को प्रणाम किया। इस दौरान स्थल के संबंध में उपस्थित ग्रामीणों से जानकारी ली। ग्रामीणों द्वारा कुछ मतभेद की जानकारी दी गई। जिसपर मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि इस स्थल के विकास पर एकमत बनाना चाहिए।
इससे पूर्व मुख्य न्यायाधीश ने माता उग्रतारा की पूजा अर्चना कर लोगों के कल्याण की कामना की। मुख्य न्यायाधीश ने प्रखंड क्षेत्र के प्राचीन कंदाहा सूर्य मंदिर में भी पूजा अर्चना की।
मुख्य न्यायाधीश के आगमन को लेकर सुबह से ही मंदिर प्रागंण में प्रशासनिक पदाधिकारियों की भीड़ लगी रही। मुख्य न्यायाधीश के मंदिर प्रांगण में पहुंचते ही बच्चों द्वारा वैदिक स्वतिवाचन से स्वागत किया गया। न्यास समिति के सचिव पीयुष रंजन व कोषाध्यक्ष माणिकचंद्र झा द्वारा उन्हें पाग चादर प्रदान कर स्वागत किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी कौशल कुमार, एसपी लिपि सिंह, डीडीसी राजेश कुमार, सदर एसडीओ शंभूनाथ झा, एदर एसडीपीओ संतोष कुमार ,मेजर माधव ठाकुर, अनिल कुमार, सदर थानाध्यक्ष राजमणि, महिषी थानाध्यक्ष राजेश कुमार सहित दंडाधिकारी सत्यकाम कुमार, सीओ देवनंदन सिंह सहित सहरसा न्यायालय के अधिकारी व अन्य मौजूद थे।