सहरसा। बांका, मधुबनी, शिवहर, सुपौल, भभुआ हत्याकांड के विरुद्ध फ्रेंड्स ऑफ आनंद ने नगरपालिका मैदान सहरसा से वीर कुंवर सिंह चौक तक आक्रोश मार्च निकालकर बिहार सरकार का पुतला दहन किया। प्रदर्शनकारियों का स्पष्ट आरोप था कि मधुबनी नरसंहार के पीछे सत्ता संरक्षित गुंडों का हाथ है। जिसकी उच्चस्तरीय जांच जरूरी है। कार्यकर्ताओं ने पीड़ित परिवारों को नौकरी, 25-25 लाख मुआवजा, हथियार की अनुज्ञप्ति और गंभीर रूप से घायल मनोज सिंह की सरकारी खर्चे पर इलाज की मांग की। वहीं लगातार गिरती विधि -व्यवस्था पर रोक और अमन चैन कायम रखने के साथ बांका ''मॉब लिचिग'' में मारे गए संतोष की पत्नी को सरकारी नौकरी और बच्चों की पढ़ाई की मांग की गइ। जिलाध्यक्ष अजय कुमार ''बबलू'' के नेतृत्व निकले आक्रोश मार्च और पुतला दहन में राजन आनंद , सत्यनारायण सिंह ''बाबा जी'', मुकुल भारती, शंभू सिंह, मदनजीत सिंह , अनिमेष कुमार, डिग्री सिंह, नरेश यादव, छोटू सिंह, मो. जियाउल, सुभाष सिंह, ऋषि चौधरी, मो. लाड़ला, राहुल यादव, मो. इब्राहीम, दीपक सिंह, रमाशंकर सिंह, राघव मंडल, नीलेश, शुभम साह, अंकित, अनीश, पप्पू, महादेव, राजा, रोहित, चांद आदि मुख्य रूप से मौजूद थे ।
इसके पूर्व सहरसा जिलांतर्गत महिषी के गण्डोल चौक पर राज कुमार सिंह ''बम जी'' के नेतृत्व में भी ''फ्रेंड्स ऑफ आनंद'' के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में पुतला दहन कर मधुबनी कांड के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया ।
- पवन रजक
जिला प्रवक्ता,
''फ्रेंड्स ऑफ आनंद''
सहरसा .