प्रदर्शन की वजह से पटना-औरंगाबाद मुख्यमार्ग पर भीषण जाम लग गया. तीन घंटे तक आवागमन पूरी तरह से बाधित रही, जिससे मुसाफिरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. जाम की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे सदर थाना अध्यक्ष शंभू पासवान ने जाम हटाने की भरपूर कोशिश की. लेकिन लोगोंं ने उनकी बात नहीं मानी.
अरवल: बिहार के अरवल जिले के सदर थाना क्षेत्र के वासिलपुर गांव में सोमवार को महिला की मौत हो गई. महिला की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने पहले एनएच-139 पर आगजनी कर हंगामा किया और फिर शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया. दरअसल, वासिलपुर गांव निवासी श्याम सुंदरी देवी की सोमवार की सुबह अचानक तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उसे पालीगंज स्थित श्याम नंदन शर्मा के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, लेकिन प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे पटना रेफर कर दिया.
परिजनों ने लगाया ये आरोप
मृतका के परिजनों ने बाताया कि चार दिन पहले मृतका ने कोरोना वैक्सीन लगवाई थी, जिसके बाद आज अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई. ऐसे में उसे इलाज के अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि मृतक महिला के इलाज में डॉक्टरों ने लापरवाही की, इसी वजह से महिला की जान चली गई.
एनएच पर लगी वाहनों की लंबी कतार
इधर, प्रदर्शन की वजह से पटना-औरंगाबाद मुख्यमार्ग पर भीषण जाम लग गया. तीन घंटे तक आवागमन पूरी तरह से बाधित रही, जिससे मुसाफिरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. जाम की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे सदर थाना अध्यक्ष शंभू पासवान ने जाम हटाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन उग्र ग्रामीण नहीं मानने को तैयार नहीं थे. काफी मशक्कत के बाद स्थानीय बुद्धिजीवी और समाजसेवियों की पहल से जाम हटाया गया. प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि कोरोना का टीका लगाने से महिला की हालत बिगड़ी है. जिला प्रशासन मृतक महिला के परिजनों को उचित मुआवजा प्रदान करे.