लू को लेकर बिहार में हाई अलर्ट:90 दिन में 2,669 अग्नि कांडों में 32 लोगों की मौत, 594 बेजुबानों की भी गई जान
बिहार में लू (HEAT WAVE) का खतरा है। इस खतरे से अगलगी की घटनाएं बढ़ गई हैं। मार्च में जहां 10 साल का रिकॉर्ड टूटा है, वहीं अप्रैल में भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है। लू (HEAT WAVE) के कारण हुए आग के तांडव में इंसानों से लेकर बेजुबानों ने की जान गई है। साल 2021 में महज 3 महीने के अंदर 2,669 अगलगी की घटनाएं हुई हैं, जिसमें 32 लोगों ने जान गंवाई है। इस घटना में 594 बेजुबानों की भी जान गई है। HEAT WAVE के खतरे को देखते हुए अग्निशमन विभाग ने सुरक्षा का रोड मैप तैयार किया है।
बिहार में लू का अलर्ट
पटना मेट्रोलॉजिकल सेंटर ने बताया कि मार्च में 10 साल का रिकॉर्ड टूटा है। वहीं अब अप्रैल में बिहार के सभी जिलों में लू (Heat Wave) को लेकर अलर्ट जारी है। तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। आगे भी HEAT WAVE का बड़ा खतरा है। अग्निशमन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बिहार अग्निशमन सेवा द्वारा आग के खतरों से निपटने को लेकर तैयारी की जा रही है। इसके लिए जागरुकता कार्यक्रम, फायर ऑडिट, वाटर सोर्स मैपिंग, नए जल स्रोतों को चिह्नित करना, फायर फाइटिंग के लिए उपकरणों की खरीद की गई है। साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर विशेष अलर्ट जारी किया गया है।
ऐसे हो रही अग्निकांड से निपटने की तैयारी
मानव संसाधन प्रबंधन की ओर से 550 अतिरिक्त गृह रक्षकों को जिलों में लगाया जा रहा है। इनमें 150 गृहरक्षक विशेष बटालियन के भी शामिल किए गए हैं। अग्निशमन सेवा से सेवानिवृत्त अनुभवी ट्रेनरों से प्रशिक्षण का काम भी कराया जा रहा है। पूरे प्रदेश में हर दिन अगलगी की घटनाओं की समीक्षा की जा रही है। जिला स्तर पर सभी अग्निशमन कर्मियों का मॉक ड्रील कराया जा रहा है। प्रदेश के सभी जिलों में अग्निशमन के लिए SOP तैयार किया गया है।
संसाधनों से किया जा रहा लैस
अग्निशमन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 19 बड़े अग्निशमन वाहनों की खरीद की जा रही है। अग्निशमन कर्मियों के लिए 500 फायर मैन बूट की भी खरीदारी होगी। फायर फाइटिंग के लिए 40 फ्लोटिंग पंप और 30 स्मॉक एक्जोस्टर लिया जाएगा। राज्य अग्निशमन नियंत्रण कक्ष का सुदृढ़ीकरण नियंत्रण कक्ष में अब 10 कर्मियों एवं 08 टेलीफोन / मोबाइल लाइन की सुविधा दी गई है। जिला स्तर पर भी नियंत्रण कक्षों को मजबूत किया गया है। डायल 101 को और एक्टिव किया जा रहा है। अग्निशमन वाहनों और चालकों की व्यवस्था पुलिस उप - महानिरीक्षक की अध्यक्षता में वाहनों की मरम्मत और मॉनिटरिंग के लिए समिति बना दी गई है। कुल 702 वाहन ऑन रोड रखे गए हैं। हर वाहन पर चालकों एव रिजर्व चालकों की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक जिला के 2 वाहनों पर फायर प्रोक्सिमिटी सूट के साथ कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है।
प्रदेश के सभी जिलों में चिह्नित हो रहे हॉट स्पॉट
अग्निशमन विभाग के महानिदेशक का कहना है कि प्रदेश के सभी जिलों मे हॉट स्पॉट चिह्नित किए गए हैं। यहां फायर टेंडर्स की प्रतिनियुक्ति की गई है। हॉट स्पॉट पर पहुंचने के लिए रोड मैप तैयार किया गया है। वाहनों के लिए मशीन एवं उपकरण मद से स्थानीय स्तर पर क्रय कराया गया है ।
आग की घटनाओं को लेकर प्रदेश में किया गया अलर्ट
अब तक पूरे राज्य में 266 स्थानों पर जागरुकता कार्यक्रम चलाया गया है। सरकारी, गैर सरकारी, कोविड अस्पतालों के फायर ऑडिट पर जोर दिया गया है । 2021 में अब तक कुल 2571 भवनों का फायर ऑडिट किया गया है। राज्य भर में अब तक 401 फायर ऑडिट पूर्ण कर लिए गए हैं। हाईड्रेन्ट मैपिंग नल-जल योजना के अंतर्गत स्थापित वाटर प्वाइंट्स की मैपिंग का कार्य किया गया है। PHED के वाटर टावर्स की मैपिंग कराई जा रही है।
पटना में HEAT WAVE को लेकर विशेष तैयारी
पटना जिला में अग्नि सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा हर दिन की जा रही है । यहां 2021 में कुल 241 भवनों का फायर ऑडिट कराया गया है । 182 स्थानों पर मॉक ड्रील एवं जागरुकता कार्यक्रम कराया गया है। विद्युत विभाग के साथ मिलकर 8 फायर ऑडिट किए गए हैं। 9 बड़े चिह्नित सरकारी अस्पतालों का फायर ऑडिट कराया गया है । पटना में 18 हॉट स्पॉट चिह्नित कर अग्निशमन वाहनों की प्री - पोजीशनिंग कर दी गई है । इन स्थलों के लिए रूट चार्ट तैयार कराया गया है । पटना जिले के लिये 82 अग्निशमन वाहन एवं 223 कर्मी लगाए गए हैं।