खगडिय़ा। पटना निगरानी की अलग-अलग टीम द्वारा एक साथ गोगरी व खगडिय़ा में छापेमारी की गई। रेफरल अस्पताल गोगरी के प्रभारी डॉ. एससी सुमन को डेढ़ लाख व सिविल सर्जन कार्यालय खगडिय़ा के प्रधान सहायक राजेंद्र प्रसाद को 30 हजार घूस लेते दबोच लिया गया। गोगरी रेफरल अस्पताल में कार्यरत परिचारिका रूबी कुमारी (पति-पत्नी) से यह राशि बकाया वेतनादि भुगतान को लेकर ली जा रही थी। खगडिय़ा में प्रधान सहायक को राजेंद्र चौक स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया। यहां निगरानी डीएसपी सर्वेश कुमार ङ्क्षसह के नेतृत्व में प्रशिक्षु डीएसपी राजकुमार सुमन, इंस्पेक्टर जहांगीर अंसारी, अविनाश झा, अस्सिटेंट राजीव कुमार, समेत मोहन कुमार, अभिषेक कुमार टीम में शामिल थे। जबकि गोगरी में छापेमारी टीम में निगरानी डीएसपी विमलेंदु कुमार, प्रशिक्षु डीएसपी अरूणोदय पांडेय, इंस्पेक्टर सुशील कुमार यादव, सत्येंद्र राम, सब इंस्पेक्टर देवीलाल चतुर्वेदी आदि टीम में शामिल थे। यह गिरफ्तारी बुधवार को हुई।
निगरानी डीएसपी ने बताया कि परिचारिका रूबी कुमारी का अगस्त 20 से फरवरी 21 तक वेतनादि बकाया था। जिसे भुगतान करने को लेकर रेफरल अस्पताल गोगरी के प्रभारी द्वारा डेढ़ लाख व सिविल सर्जन कार्यालय के प्रधान सहायक द्वारा 50 हजार की मांग की गई। प्रधान सहायक से 30 हजार पर बात हुई थी।
डीएसपी ने बताया कि रूबी के पति संजीत कुमार ने इसकी शिकायत निगरानी कार्यालय से की। इसका सत्यापन किया गया और टीम द्वारा मजबूत कार्रवाई करते हुए खगडिय़ा में परिचारिका के पति संजीत कुमार से 30 हजार रुपये लेते प्रधान सहायक व रूबी कुमारी से गोगरी में डेढ़ लाख रुपये लेते रेफरल अस्पताल के प्रभारी को पकड़ा गया। दोनों को पटना ले जाया जा रहा है। जहां आगे की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।