सदर थाना क्षेत्र की कोसी कॉलोनी के मां देवता नर्सिंग होम में बुधवार की सुबह एक कंपाउंडर का शव पंखे के सहारे फंदे से लटकता मिला। मृत कंपाउंडर की पहचान पिपरा के जोलहनियां वार्ड-7 निवासी जगदेव मंडल के बेटे संजय कुमार के रूप में हुई है। सदर एसडीपीओ कुमार इंद्रप्रकाश, सदर थानाध्यक्ष दीनानाथ मंडल समेत अन्य पुलिस कर्मियों ने घटनास्थल का जायजा लिया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि संजय का गला फंदे से पंखा में टंगा था, लेकिन बॉडी बेड पर थी और उसके दोनों पैर मुड़े थे। शव को देखकर लोगों ने हत्या कर फंदे से लटकाने की आशंका जाहिर की है। घटनास्थल से पुलिस ने उसका मोबाइल व कागजात भी बरामद किए। संजय के परिजनों ने उसकी हत्या का आरोप डॉ. जितेंद्र सिंह पर लगाया है।
डॉक्टर को नामजद कर सदर थाने में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। संजय के भाई रामविलास मंडल ने बताया कि मेरा भाई 5 वर्षों से नर्सिंग होम में काम कर रहा था। डॉक्टर बहन की शादी में पैसे देने की बात कहकर लगातार काम करा रहा था। जब मेरी बहन की शादी ठीक हो गई तो पैसे देने के डर से उसकी हत्या कर दी। संजय की पत्नी अंजली देवी के गर्भ में 7 माह का बच्चा है।
घटना की रात हॉस्पिटल में अकेले था संजय
संजय 5 वर्षों से सदर अस्पताल में कार्यरत हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. जेके सिंह के निजी नर्सिंग होम पर काम कर रहा था। डॉ. जेके ने बताया कि संजय नाइट ड्यूटी में अकेले रहता था। अस्पताल में कोई मरीज नहीं होने से मंगलवार को पूरा वार्ड खाली था। कुछ जरूरी काम को लेकर मुझे सहरसा निकलना था तो मैं दोपहर 3 बजे के करीब हॉस्पिटल से निकल गया।
तब तक उसके साथ कोई बात नहीं थी ना ही वो तनाव में था। रात 8:54 बजे मैंने उसे फोन किया तो उसने रिसीव नहीं किया। मुझे लगा शायद सो गया होगा। बुधवार सुबह 8 बजे मैं हॉस्पिटल की ग्रिल के पास पहुंचा तो देखा ग्रिल खुली थी। आवाज देने पर भी वह बाहर नहीं आया तो अंदर उसके कमरे में जाकर देखा तो संजय फंदे से लटका था। जिसके बाद मैंने पुलिस को जानकारी दी।
2 घंटे तक परिजनों ने शव उठाने नहीं दिया
संजय के परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने से करीब 2 घंटे तक रोककर रखा। परिजनों का कहना था कि जब तक परिवार के सभी सदस्य व ग्रामीण घटनास्थल पर नहीं आ जाते शव को नहीं ले जाने देंगे। पुलिस का कहना था कि पोस्टमार्टम में ज्यादा देरी होने से अनुसंधान प्रभावित होगा।
परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम दरभंगा में कराने की बात कह रहे थे। इसको लेकर पुलिस-प्रशासन और संजय के परिजनों में करीब 2 घंटे तक खींचातानी चली। दोपहर 12 बजे पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों ने शव को लेने से इंकार कर दिया। देर शाम परिजन शव को ले गए।
अस्पताल कर्मियों से की जा रही पूछताछ
पुलिस विभिन्न बिंदुओं की जांच कर रही है। संजय के मोबाइल को खंगाला जा रहा है। अस्पताल के सभी कर्मी से भी पूछताछ की जा रही है।
-कुमार इंद्र प्रकाश, सदर एसडीपीओ, सुपौल