Supaul, Bihar Suicide Case: ...और गरीबी से जंग हार गए मिश्रीलाल, समाज के लिए छोड़ गया कई सवाल
सुपौल [राजेश कुमार]। Supaul, Bihar Suicide Case: राघोपुर थाना के राघोपुर पंचायत वार्ड नंबर 12 में मिश्रीलाल साह के परिवार के पांच लोगों की आत्महत्या मामले में फोरेंसिक टीम जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट आने तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। घटना को लेकर लोग कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं और जो बात सामने आ रही है वह इस ओर इशारा कर रही है कि मिश्रीलाल का परिवार गरीबी से जंग हारकर कई सवाल छोड़ गया।
पल-पल गरीबी से जारी रही जंग
लोगों का कहना है कि यह परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। पति-पत्नी के अलावा तीन पुत्री एवं एक पुत्र का भरण-पोषण करने के लिए मिश्रीलाल ने पहले रिक्शा चलाना शुरू किया। कई वर्षों तक रिक्शा चलाने के बाद स्वास्थ्य खराब हुआ तो रिक्शा चलाना छोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने जीविका के लिए ईंट भठ्ठे से जला हुआ कोयला खरीदकर बेचने का काम शुरू किया। इनके द्वारा यह काम शुरू किए जाने के कुछ दिनों बाद ईंट भ_ों में कोयले के डस्ट का उपयोग होने लगा इसलिए यह काम भी उनके हाथ से चला गया। इसके बाद कर्ज लेकर आटा चक्की का काम शुरू किया इसमें भी कामयाबी ने साथ नहीं दिया। आगे दिन कैसे कटेंगे इसका जब कोई उपाय नहीं बचा तो अपने हिस्से की जमीन बेच दी। जमीन से मिले पैसे खत्म होने के बाद जीने के लिए कोई साधन नहीं बचा तो परिवार सहित अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
तीन बेटियों के थे पिता
मिश्रीलाल तीन बेटियों के पिता थे। उनकी चार संतानों में तीन बेटी और एक बेटा था। एक तो गरीबी उसपर तीन-तीन बेटियों और एक बेटे के भविष्य की ङ्क्षचता भी उनकी परेशानी में शामिल थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति के चलते उनकी बड़ी बेटी कुछ दिन पहले ईंट भ_ा पर काम करने आए यूपी के मजदूर से विवाह रचा ली और उसी के साथ चली गई। इस घटना से समाज में उनकी खूब फजीहत हुई थी। लोगों ने बताया कि आर्थिक तंगी के साथ-साथ लोक-लज्जा के कारण यह परिवार समाज और रिश्तेदारों से भी अलग-थलग रहने लगा था। इधर शुक्रवार की रात मिश्रीलाल साह (52), उनकी पत्नी रेणु देवी उम्र (44), बेटी रोशन कुमारी (15), बेटा ललन कुमार (14) और बेटी फुल कुमारी (8) का शव फंदे से लटका मिला। शवों से उठ रही दुर्गंध से लोगों को इस बात की जानकारी मिली। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस अधीक्षक ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। फिलहाल एफएसएल की टीम में शामिल सहायक निदेशक दीपक कुमार, एसएसए नरेंद्र कुमार ङ्क्षसह, विवेक कुमार, मु. ताज्जुब मामले की जांच कर रहे हैं।