पटना में NEET की तैयारी कर रहे छात्र ने सुसाइड कर लिया है। छात्र का नाम जितेंद्र कुमार है। वह अररिया के नरपतगंज का रहने वाला था। 18 दिसंबर को उसकी चचेरी बहन निभा ने भी खुदकुशी कर ली थी। वह पटना के पत्रकार नगर में रहकर दारोगा बहाली की तैयारी कर रही थी। 2 महीने 13 दिन में ही भाई ने भी सुसाइड कर लिया है।
जितेंद्र वीर कुंवर सिंह पथ के नॉर्थ sk पुरी स्थित हैप्पी ब्यॉज हॉस्टल में रह रहा था। दो माह के अंतराल में एक ही परिवार से दो मौतों को लेकर चर्चा है। हैप्पी हॉस्टल में जितेंद्र अपने गांव के ही दोस्त आयुष के साथ पिछले दो माह से रह रहा था। जितेंद्र ने मंगलवार की शाम को ही अपने गेट का पर्दा खोल लिया। सुबह इसी पर्दे के फंदे से लटका मिला। घटना स्थल पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जितेंद्र के घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, लेकिन नेपाल की एक लड़की से बात करने के लिए उसने अपना मोबाइल इंटरनेशनल रोमिंग करा रखा था। फिलहाल पुलिस अभी घटना के कारणों की जांच-पड़ताल कर रही है।
राजनीति प्रसाद के मकान में था हॉस्टल
हॉस्टल रिटायर्ड इंजीनियर राजनीति प्रसाद सिंह के मकान में चल रहा है। इसी के थर्ड फ्लोर पर छत है, इसी पर छोटे-से कमरा में जितेंद्र रह रहा था। जितेंद्र अररिया के नरपतगंज से पटना रहकर तैयारी करने आया था। उसके पिता राजेन्द्र कारोबार करते हैं। जितेंद्र तीन भाई है। जितेंद्र के साथ उसी के गांव का एक लड़का आयुष भी रहता था। वह पिछले दो महीने से जितेंद्र के साथ रहता था। हॉस्टल का संचालन राजनीति प्रसाद के साले जंदाहा निवासी अशोक चौधरी करते हैं।
पटना में NEET की तैयारी कर रहा था
जितेंद्र पटना में रहकर NEET की तैयारी कर रहा था। मिथिला पब्लिक स्कूल, अररिया के भदेसर में 11वीं कक्षा में उसका एडमिशन था। बुधवार को 11:40 बजे जितेंद्रे का साथी आयुष क्लास करके रूम पर आया। उसने जैसे ही गेट खोला, फंदे से लटकी जितेंद्र की लाश पर नजर पड़ी। उसने चिल्लाकर हॉस्टल के लड़कों को जानकारी दी। सुबह 7 बजे के करीब आयुष कोचिंग के लिए निकला था। उस वक्त जितेंद्र सोया हुआ था। जितेंद्र का साथी आयुष बोरिंग कैनाल रोड के ही विजन क्लासेज में क्लास करता है। जितेंद्र और आयुष की स्कूलिंग साथ में हुई है। हॉस्टल के कमरे के अंदर दो बेड थे, उसके बीच में पंखा लगा था, उसी में फंदा डालकर जितेंद्र उससे झूल गया। कमरे की हाइट करीब 10 फिट है।