राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री ने सभी स्कूली बच्चों को बिहार दिवस के मौके पर पत्र लिखकर नसीहत दी है कि खूब पढ़ें और खुद को गढ़ें। बचपन जीवन का अनमोल समय है। यह जीवन के लक्ष्यों को लेकर नींव डालने का वक्त होता है। भविष्य को बेहतर बनाने के लिए सचाई का रास्ता चुनना है। बुराई से दूरी रखनी है। माता-पिता का कहना मानना है और बुजुगों का आदर करना है। बड़े सपने देखें क्योंकि सपने ही अपने अंदर बेहतर करने का जुनून पैदा करेंगे। उन्हें हकीकत बनाने की प्रेरणा देंगे। पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद पर भी ध्यान देना है।
अच्छी आदतों को अपनाए युवा पीढ़ी
मुख्यमंत्री ने बच्चों को लिखे पत्र में यह कहा कि बिहार के भविष्य को स्वर्णिम बनाने की जिम्मेवारी नई पीढ़ी पर है।
युवाओं के विकास पर विशेष जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे बच्चों को अच्छी से अच्ची शिक्षा प्राप्त हो इसके लिए बड़े पैमाने पर विद्यालयों में आधारभूत संरचना का निर्माण कराया गया। पोशाक, छात्रवृत्ति व साइकिल जैसी योजनाएं चलाई गईं। आगे भी बिहार में अच्छी एवं रोजगारपरक शिक्षा मिल सके इसके लिए हमलोग विशेष प्रयास कर रहे हैैं। सात निश्चय के तहत बिहार में युवाओं के लिए बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, स्वयं सहायता भत्ता योजना व कुशल युवा जैसे कार्यक्रम को चलाया गया है। अब सात निश्चय-2 के पहले निश्चय युवा शक्ति, बिहार की प्रगति के तहत नई तकनीकों के प्रशिक्षण तथा युवाओं में उद्यमिता के विकास के लिए विशेष जोर दिया जा रहा है।
बापू के आदर्शों को जीवन में अपनाएं
मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा कि बापू के आदर्शों को जीवन में अपनाना है। बिहार दिवस के मौके पर हम सभी को संकल्प लेना है कि दूसरों के प्रति सम्मान का भाव एवं आपसी भाईचारा बनाए रखेंगे। जल-जीवन-हरियाली से जुड़े रहेंगे। पेड़-पौधे व जीव-जंतुओं की रक्षा करेंगे। समाज की बेहतरी के लिए काम करेंगे।