महेशखूंट थाना क्षेत्र के बन्नी स्थित उत्क्रमित हाईस्कूल चंडी टोला में बेलदौर विधायक पन्ना लाल पटेल की अनुशंसा पर बनाई गई चहारदीवारी में जमकर भ्रष्टचार हुआ। घटना स्थल पर पड़े चहारदीवारी के मलबे में मौजूद पुरानी ईंट और सरिया का प्रयोग हो रहा था जिससे दीवार गिर गई और छह मजदूरों को अपनी चपेट में ले लिया। मंगलवार को भास्कर संवाददाता ने घटना स्थल पर बारीकी छानबीन की तो मानकों की अनदेखी करते हुए दीवार बनाने की बात सामने आई। मामले के जिम्मेवार अपने को बचाने में दिनभर इधर से उधर जुगत करते दिखे। स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन के कार्यालय में मंगलवार को सन्नाटा रहा। इस कार्य को कराने वाले जेई और एसडीओ कार्यालय भी नहीं आए। जबकि स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन के कार्यपालक अभियंता(ईई) मो. आफताब आलम भी इस घटिया निर्माण के लिए डैमेज कंट्रोल में जुटे रहे। भास्कर को गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा, यह कार्य विधायक के दो चहेते लोगों के द्वारा ही किया गया था। जबकि घटना स्थल पर योजना के पूर्ण होने का बोर्ड लगा था। जिसपर यह स्पष्ट रूप से अंकित था कि यह कार्य विभागीय अधिकारियों द्वारा कराया गया था। उधर, विधायक पन्ना लाल पटेल ने पहले ही कहा है कि उनका काम अनुशंसा करना है। घटिया कार्य के लिए इंजीनियर जिम्मेदार हैं।
कार्रवाई : इन चेहरों को आरोपी मानकर बीडीओ ने दर्ज कराया मामला
प्रभारी डीएम के आदेश पर गोगरी बीडीओ अजय कुमार ने मामले की जांच करते हुए निर्माण कार्य में तीन स्तर पर हुई गड़बड़ी को लेकर 8 लोगों के विरुद्ध एफआईआर कराई है। बीडीओ अजय कुमार ने बताया कि इस मामले में पुराने चहारदीवारी के कार्य कराने वाले जेई दिनेश दास, नली-गली सड़क कार्य करवाने वाले जेई प्रभाष कुमार, पंचायत सचिव हरेकृष्ण झा और लोकर स्तर के ठेकेदार सुधीर कुमार सुधांशु, वीरेंद्र सिंह, विजय कुमार सिंह, पंकज कुमार के अलावा नल जल योजना का काम कराने वाले ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज कराया गया है। बीडीओ ने यह माना कि सभी कार्यों में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ था और हर स्तर पर लापरवाही भी बरती गई थी।
दीवार टूटने पर खुली पोल, पिलर में ढलाई की जगह लगाई पुरानी ईंट और 10 की जगह 8 एमएम का सरिया
भास्कर इन्वेटिगेशन में खुलासा हुआ है कि पुरानी ईंट का प्रयोग दीवार में किया गया था। पुराने और 8 एमएम के सरिया का उपयोग पिलर में लगाने के लिए किया गया। जबकि इंजीनियरों का कहना है कि इसमें कम से कम 10 एमएम सरिया का प्रयोग करना होता है। हद बात तो यह है कि पिलर में गिट्टी, बालू और सीमेंट की बचत करने के लिए पुरानी ईंट डाल कर ही पिलर को भर दिया गया।
इस कार्य की देखरेख करने वाले एसडीओ व जेई को भास्कर की तरफ से दर्जनों बार फोन लगाया गया। लेकिन दोनों में से किसी भी अधिकारी ने फोन उठाने की जहमत नहीं उठायी। जबकि घटना स्थल पर मंगलवार को महेशखूंट थाना के थानाध्यक्ष नीरज कुमार ठाकुर अपने दल- बल के साथ कैंप कर रहे थे। स्थानीय लोग भी घटना स्थल पर घटिया निर्माण कार्य को लेकर लगातार चर्चा कर रहे थे।
बिना पाइलिंग किए बना दी थी स्कूल की दीवार
भास्कर की टीम जब पड़ताल करते हुए स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन के कार्यालय में पहुंची तो वहां मौजूद कार्यपालक अभियंता ने पहले तो दावा किया कि पाइलिंग तो की गई है। लेकिन जब पत्रकार द्वारा यह बताया गया कि अब तो वहां जमीन ही खुदी हुई है। इसमें सच- और झूठ पर बहस क्या?
बीडीओ को दिया गया है एफआईआर का निर्देश
योजनाओं का संचालन करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश बीडीओ को दिया है। 4 माह पहले स्कूल के चहारदीवारी का निर्माण कार्य हुआ था। दोनों योजनाओं को लेकर एफआईआर करने का निर्देश बीडीओ को दिया गया है।
- शत्रुंजय मिश्रा, प्रभारी डीएम