पूरी तैयारी के साथ दर्जनभर से अधिक अपराधियों ने लूटा था बैंक
चार मार्च को अपराधियों ने दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक से 14 लाख रुपये से अध्ािक लूट लिए थे। पुलिस सूत्रों की मानें तो बैंक लूटकांड में दर्जन भर से अधिक अपराधी शामिल थे। उनमें से छह अपराधी सीधे बैंक पहुंचे थे। उनके साथी अलग-अलग स्थानों से नजर रख रहे थे। लूट की घटना को अंजाम देने से पहले कई दिनों तक रेकी की गई थी। बैंक की सुरक्षा से लेकर पुलिस की गश्ती आदि के बारे में जानकारी जुटाई गई। उसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया।
गिरफ्तारी को दस टीमें कर रही थी काम
घटना की गंभीरता को देखते हुए अलग-अलग दस टीमों का गठन किया था। एसपी धुरत सायली सावलाराम स्वयं पूरी कार्रवाई की मॉनीटरिंग कर रही थीं। टीम में सदर एसडीपीओ उपेंद्र प्रसाद, पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा सहित नारदीगंज, हिसुआ, नरहट, कौआकोल, वारिसलीगंज, काशीचक, पकरीबरावां, गोङ्क्षवदपुर, सीतामढ़ी, मेसकौर समेत कई थानों के पुलिस पदाधिकारी को शामिल किया गया। तकनीकी जांच और खुफिया इनपुट के आधार पर सभी टीमें उसी दिन से ही छापेमारी कर रही थी। नवादा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों के अलावा गया जिले में भी छापेमारी की गई। इसके अलावा पुलिस अपराधी को गिरफ्तार करने बंगाल तक गई।
लूट की राशि से पहुंच गया था बाइक खरीदने
गया से इनपुट मिलने के बाद पुलिस ने अपराधियों को दबोचा। बताया जाता है कि एक अपराधी लूटी गई राशि का बंटवारा होने के बाद शोरूम में बाइक खरीदने गया पहुंचा था। गया में जैसे ही वह शोरूम से बाहर निकला, पुलिस ने उसे दबोच लिया। बहरहाल, पुलिस अभी पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए है। एसपी ने शुक्रवार को नारदीगंज थाना में करीब पांच घंटे तक रहकर अपराधियों से बारी-बारी से गहन पूछताछ की। फिलहाल पुलिस पकड़े गए अपराधियों के बारे में किसी प्रकार की जानकारी साझा नहीं कर रही है। लेकिन पुलिस सूत्रों के अनुसार, गया जिले के दिनेश पासवान, राधे, विकास कुमार, अखिलेश चौधरी, बिजली समेत आठ लोगों को पकड़ा गया है। एक दिन पूर्व हिरासत में लिए गए कमलेश को मुक्त कर दिए जाने की सूचना है।