बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा (Bihar STET) का रिजल्ट शुक्रवार को जारी किया गया। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, प्रधान सचिव संजय कुमार और BSEB के चेयरमैन आनंद किशोर ने रिजल्ट जारी किया। सातवें चरण की परीक्षा का रिजल्ट जारी किया गया है। 15 में से 12 विषयों का रिजल्ट जारी हुआ है। 1,54,951 में कुल 24,599 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। हाईकोर्ट में मामला होने की वजह से इसका रिजल्ट नहीं आ रहा था। लंबे समय से अभ्यर्थी परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे थे।
15 विषयों की हुई थी परीक्षा
परीक्षा का आयोजन कुल 15 विषयों के लिए किया गया था, जिसमें 3 विषयों उर्दू, संस्कृत और विज्ञान को छोड़कर 12 विषयों का रिजल्ट जारी किया गया है। इसकी परीक्षा में पेपर -1 में कुल 1,09667 परीक्षार्थी तथा पेपर-2 में 45,284 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, कुल मिलाकर 1,54,951 परीक्षार्थी सम्मलित हुए। पेपर-1 और पेपर-2 को मिलाकर 24,599 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं, इसमें पेपर एक में 16,068 परीक्षार्थी और पेपर दो में 8,531 परीक्षार्थी सफल हुए हैं। Bihar STET (2019) के रिजल्ट को अभ्यर्थी इस लिंक पर bsebstet2019.in पर जा कर चेक कर सकते हैं।
106 परीक्षार्थियों की फिर से ली जाएगी परीक्षा
BSEB के मुताबिक मामला हाईकोर्ट में गया था। हाईकोर्ट के आदेश पर 106 परीक्षार्थियों के लिए फिर से परीक्षा ली जाएगी। इस साल 2 अप्रैल को परीक्षा होगी। 106 अभ्यर्थी STET(2019) के पेपर-1 के उर्दू, संस्कृत और विज्ञान विषय के हैं। सितंबर 2020 में आयोजित ऑनलाइन परीक्षा में सम्मलित 23,565 परीक्षार्थियों तथा 2 अप्रैल 2021 को होने वाले 106 परीक्षार्थियों को मिलाकर कुल 23,671 परीक्षार्थियों का रिजल्ट मई के प्रथम सप्ताह में जारी हो सकता है।
587 परीक्षार्थियों का रिजल्ट निरस्त
रिजल्ट जारी होने के बाद यह भी बताया गया कि माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET 2019) के पेपर-1 सामाजिक विज्ञान विषय में इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र एवं राजनीति शास्त्र में से किसी दो विषय की परीक्षा दी जानी थी, जिसमें एक विषय इतिहास या भूगोल की परीक्षा अनिवार्य थी। इतिहास या भूगोल विषय की परीक्षा नहीं देने वाले 587 परीक्षार्थियों का परीक्षाफल निरस्त किया गया है।
कोरोना काल में हुआ था एग्जाम
बेल्ट्रॉन के माध्यम से पहली बार इस परीक्षा के पेपर-1 एवं पेपर-2 के सभी विषयों के लिए ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन किया गया था। 1.78 लाख परीक्षार्थियों ने राज्य के विभिन्न ऑनलाइन केंद्रों पर ऑनलाइन एग्जाम दिया था। BSEB ने इसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि कोरोना महमारी के दौरान गाइडलाइन का पालन करते हुए 9 सितंबर 2020 से 21 सितंबर 2020 के बीच परीक्षा ली गई थी। इधर, रिजल्ट जारी होने से पहले पुराने मामले को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने हंगामा भी किया। इस वजह से शिक्षा मंत्री विजय चौधरी को इंतजार करना पड़ा।