शंकरपुर थाना क्षेत्र के मधेली निवासी पंसस पति व प्रभारी प्रधानाध्यापक रामकुमार यादव की हत्या 15 लाख रुपए की सुपारी देकर कराई गई थी। चौंकाने वाली बात यह कि तय रकम 15 लाख में शूटरों को सिर्फ पांच लाख ही दूसरे पार्टी से मिले। 10 लाख रुपए और देने का बार-बार तकादा के बावजूद रुपए नहीं मिलने पर शूटर रायभीर निवासी नीतीश कुमार व उसके सहयोगी हत्या करवाने वाले ग्रुप के लोगों की हत्या की प्लानिंग कर रहा था। लेकिन इसी बीच पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। रायभीर वार्ड संख्या-आठ निवासी शूटर नीतीश कुमार के पास से पुलिस ने एक लोडेड कट्टा समेत एक कारतूस भी बरामद किया। पुलिस ने मौके से दो बाइक तथा एक मोबाइल भी जब्त कर लिया। मोबाइल के कॉल डिटेल की जांच की जा रही है। मामले में सदर एसडीपीओ अजय कुमार यादव ने बताया कि पूछताछ के दौरान जानकारी मिली है कि रामकुमार की हत्या के लिए शंकरपुर थाना क्षेत्र के कुछ सफेदपोश ने अपराधियों को 15 लाख में सुपारी दी थी। निर्धारित राशि में से नीतीश को बतौर अग्रिम राशि पांच लाख रुपए दिया गया था। जबकि हत्या के बाद शेष 10 लाख रुपए देने की बात की गई थी। किंतु 23 नवंबर 2020 को रामकुमार की हत्या किए जाने के बाद भी जब सफेदपोश द्वारा शेष 10 लाख रुपए उसे नहीं दे रहे थे, शूटर उनकी हत्या की भी साजिश रचने लगा। किंतु सफेदपोश के द्वारा निजी गार्ड रख लेने की वजह से अपराधी अपने साजिश को अंजाम देने में सफल नहीं हुए।
दस में से पांच अपराधी पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार
पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि अग्रिम राशि में से नीतीश ने पांच हजार रुपए का जिंस खरीद लिया और शेष बचे रुपए को आपस में बांट लिया। नीतीश ने बताया कि पुलिस की मुखबिरी करना तथा राजनीतिक प्रतिद्धंदता ही शिक्षक रामकुमार की हत्या का प्रमुख कारण है। हत्या को लेकर मृतक रामकुमार के पुत्र दुर्गेश कुमार ने 10 आराेपियों पर केस दर्ज कराया था। पुलिस का मानना है कि हत्या में आैर पांच लोग शामिल हैं। मौके पर शंकरपुर थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल भी मौजूद थे। शेष अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है। हत्या में नामजद 10 में से पांच अपराधी जेल जा चुके हैं।
पुलिस को देख दो अन्य बदमाश फरार
एसडीपीओ ने बताया कि शंकरपुर थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल को सूचना मिली थी कि मधेली निवासी शिक्षक रामकुमार हत्याकांड के नामजद आरोपी नीतीश कुमार रायभीर पंचायत के छपरिया टोला स्थित मोर्चा के पास अपने साथियों के साथ बाइक से आया है। इसके बाद वे सरकारी जीप से सशस्त्र बल के साथ छपरिया टोला पहुंच गए। पुलिस को देखते ही दो बाइक पर सवार तीन युवक बाइक छोड़कर भागने लगा। पुलिस बल के सहयोग से एक युवक को पकड़ लिया गया। पूछताछ के दौरान युवक की पहचान रायभीर वार्ड संख्या-8 निवासी शूटर नीतीश कुमार के रूप में की गई। जबकि दो अन्य फरार हो गए।
दो बार बाल-बाल बच गए थे रामकुमार
एडीपीओ ने बताया कि रामकुमार की हत्या के लिए तीन बार प्रयास किया गया था। वे जब शंकरपुर अथवा मधेपुरा आते थे तो हत्या में शामिल अपराधियों द्वारा उसकी रेकी की जाती थी। किंतु किसी न किसी के साथ होने के कारण अपराधी अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाते थे। 23 नवंबर को रेकी शंकरपुर से ही की गई। लिहाजा घर जाने के दौरान अकेले पाकर मोरकाही कटिंग के पास अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।