मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन शुक्रवार को परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। देखते ही देखते प्रश्न पत्र सोशल मीडिया के सैकड़ों ग्रुप पर सर्कुलेट होने लगा। इस मामले में भनक लगने पर पुलिस ने शहर के वार्ड-3 से सम्राट मैथमेटिक्स क्लासेज के संचालक टीके यादव को हिरासत में ले लिया। उसका मोबाइल जब्त कर टेक्निकल सेल जांच कर रहा है। पुलिस फिलहाल इस मामले में ज्यादा बताने से परहेज कर रही है। स्थानीय स्तर पर मैट्रिक की परीक्षा दे रहे कई परीक्षार्थियों ने बताया कि पिछले तीन दिन से सुबह से ही विभिन्न ग्रुप पर प्रश्न पत्र और उसके उत्तर आने लगते हैं। शुक्रवार को भी सुबह में ही प्रश्न पत्र वायरल हो गया। इसके बाद जब परीक्षार्थी परीक्षा देकर वापस लौटे तो बताया कि वही प्रश्न मिल रहे थे। शुक्रवार को सोशल साइंस की परीक्षा थी। सुबह से ही विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसके क्वेश्चन पेपर शेयर होने लगे। सुबह 8:45 बजे पेपर वायरल हो गया। इसके बाद जिलेभर के तमाम सेंटरों पर गहमागहमी का माहौल बन गया। अपने-अपने मोबाइल निकाल कर परीक्षार्थी क्वेश्चन पेपर देखने लगे। पहली पाली 9:30 बजे से शुरू हो चुकी थी। मैट्रिक परीक्षा में 50 ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जा रहे हैं। सोशल साइंस का पेपर वायरल होते ही छात्र सबसे पहले ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन देखने में जुट गए। सेंटर के बाहर वे ग्रुप पर वायरल क्वेश्चन का आंसर एक-दूसरे से डिस्कस करते दिखे।
दो फर्जी परीक्षार्थी सहित कदाचार के आरोप में 6 निष्कासित
जिला शिक्षा पदाधिकारी जगतपति चौधरी के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रथम पाली की परीक्षा में शुक्रवार को 14879 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। जबकि 538 परीक्षार्थी अनुपस्थित पाए गए। परीक्षा में निरीक्षण के दौरान सीएम साइंस इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र से एक फर्जी परीक्षार्थी व मधेपुरा इंटर कॉलेज से एक फर्जी परीक्षार्थी को कदाचार के आरोप में निष्कासित किया गया। वहीं वीमेंस कॉलेज में 2 परीक्षार्थी को कदाचार के आरोप में निष्कासित किया गया। दूसरी पाली में 14813 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। जबकि 544 परीक्षार्थी अनुपस्थित पाए गए। परीक्षा के दौरान मध्य विद्यालय बालक उदाकिशुनगंज से 1 परीक्षार्थी एवं बीएसएस चंद्रकांता कॉलेज से एक परीक्षार्थी को कदाचार के आरोप में निष्कासित किया गया है।
मधेपुरा से सिंहेश्वर तक लग जाता है जाम
परीक्षा के दौरान अक्सर देखा जाता है कि यातायात व्यवस्था नियंत्रित नहीं रहने के कारण मधेपुरा से लेकर सिंहेश्वर तक बीच-बीच में जाम लग जाता है। शुक्रवार को इस मामले को सांसद दिनेशचंद्र यादव ने डीएम और एसपी के समक्ष एक मीटिंग में भी इस मुद्दे को उठाया। खासकर कॉलेज चौक पर आधा दर्जन संस्थानों में परीक्षा आयोजित होने के कारण वहां छात्रों और अभिभावकों की भीड़ ज्यादा रहती है। शुक्रवार को दूसरी पाली की परीक्षा समाप्त होने के बाद सिंहेश्वर बाजार में भी लंबा जाम लग गया। इसकी वजह से लोगों को घंटों परेशान होना पड़ा। विदित हो कि बाजार में पुल के पास शर्मा चौक तक सड़क संकरी है। इससे स्थिति और विकट हो जाती है। जबकि दो स्थानों पर चौराहा भी है। जाम से बचने के लिए सुबह से देखा जाता है कि कई सोशल मीडिया ग्रुप में भी लोग मैसेज करते रहते हैं कि परीक्षार्थी सुबह ही अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं ताकि जाम मंे न फंस पाएं।