मधेपुरा। बीएन मंडल विश्वविद्यालय में 21 मार्च से राष्ट्रवाद : कल, आज और कल विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया है। यह सेमिनार शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत संचालित भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा संपोषित है। इसके पूर्व 19-20 मार्च को सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के आयाम विषयक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का भी आयोजन किया जाएगा। इस तरह विवि में लगातार चार दिनों तक देश-विदेश के विद्वान राष्ट्रवाद पर गहन मंथन करेंगे। इस बाबत आयोजन सचिव सह जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि यह सेमिनार ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों रूपों में आयोजित होगा।
इसमें भाग लेने के लिए सभी प्रतिभागियों को सेमिनार के पूर्व ऑनलाइन गूगल फार्म भरकर पंजीकरण कराना होगा। पंजीकरण शुल्क शोधार्थियों व विद्यार्थियों के लिए 700 रुपया और शिक्षकों व अन्य के लिए एक हजार रुपया निर्धारित किया गया है। सेमिनार में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए निर्धारित सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा।
शोध-सारांश भेजने की अंतिम तिथि 10 मार्च निर्धारित
सेमिनार के अवसर पर एक स्मारिका का प्रकाशन किया जाएगा। स्मारिका में प्रकाशनार्थ शोध-आलेख व शोध-सारांश भेजने की अंतिम तिथि 10 मार्च निर्धारित की गई है। सेमिनार में 34 उप विषयों पर शोध-सार व आलेख भेजा जा सकता है। इसमें राष्ट्रवाद की भारतीय, यूरोपीय, वैदिककालीन, जैनकालीन, बौद्धकालीन, मुगलकालीन व ब्रिटिशकालीन अवधारणा मुख्य है। साथ ही राष्ट्रवाद और पुनर्जागरण, राष्ट्रवाद और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, राष्ट्रवाद और अंतरराष्ट्रीयतावाद, भूमंडलीकरण और राष्ट्रवाद विषय भी शामिल है। इसके अलावा राष्ट्रवाद के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक, दार्शनिक एवं मनोवैज्ञानिक आयाम और विवेकानंद, रवींद्रनाथ टैगोर, महात्मा गांधी, डॉ. भीमराव अंबेडकर, वीर सावरकर व पंडित दीनदयाल उपाध्याय की ²ष्टि में राष्ट्रवाद विषय पर भी आलेख आमंत्रित किए गए हैं।
कुलपति होंगे सेमिनार के प्रधान संरक्षक
कुलपति प्रोफेसर डॉ. राम किशोर प्रसाद रमण प्रधान संरक्षक, प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ. आभा सिंह संरक्षक बनाए गए हैं। पूर्व कुलपति प्रोफेसर डॉ. ज्ञानंजय द्विवेदी, ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा के प्रधानाचार्य डॉ. केपी यादव व दर्शनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष शोभाकांत कुमार स्वागताध्यक्ष बनाए गए हैं। सेमिनार के मुख्य अतिथि आइसीपीआर, नई दिल्ली के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. रमेशचन्द्र सिन्हा होंगे। साथ ही कई विश्वविद्यालयों के कुलपतियों सहित देश के कई जाने-माने विचारक इसमें ऑफलाइन व ऑनलाइन अपने विचार व्यक्त करेंगे।