सासाराम (रोहतास)। विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में घालमेल करने वाले मुखियाजी को कुर्सी के हटाने का सिलसिला जारी है। ऐसे मुखियों पर सरकार की नजरें टेढ़ी हैं। अब चेनारी प्रखंड के चार और मुखिया को सरकार ने पदमुक्त कर दिया है। जिन पंचायत के मुखिया को पदमुक्त किया गया है उनमें फुलवरिया पंचायत के शिवशंकर प्रसाद, डिहरिया के संतोष तिवारी, उगहनी के राजवंश पासवान व बनौली पंचायत के मुखिया शामिल हैं। इस संबंध में पंचायती राज विभाग द्वारा विधिवत आदेश निर्गत कर दिया गया है। दस दिन में यह दूसरी कार्रवाई है जब वित्तीय अनियमितता के आरोप में मुखिया को बर्खास्त किया गया है।
स्ट्रीट लाइट लगवाने में अनियमितता
पदमुक्त किए गए मुखिया पर 14 वें वित्त आयोग के तहत पंचायतों में लगी सोलर स्ट्रीट लाइट को लगाने में वित्तीय अनियमितता बरतने का आरोप है। जिला पंचायती राज पदाधिकारी अजय शंकर मिश्रा ने बताया कि जिन चार मुखिया को पदमुक्त किया गया है, उनके खिलाफ पंचायती राज अधिनियम 2006 की धारा 18 (5) के तहत अगस्त 2019 में सरकार को डीएम ने अनुशंसा भेजी थी। दस दिन पूर्व भी चेनारी प्रखंड के खुर्माबाद पंचायत के मुखिया मूसा कुरैशी, पेवंदी की शमीमा खातून, देवडीही के शिवमूरत राम, चेनारी की अर्चना देवी, केनार कला के अनिल कुमार व सदोखर के रामएकबाल सिंह को पदमुक्त करने की कार्रवाई विभाग की ओर से की गई थी।
कई और मुखिया पर गिरेगी गाज
अभी भी बिक्रमगंज समेत अन्य प्रखंडों में भी मुखिया के विरुद्ध कार्रवाई के लिए विभाग को भेजी गई अनुशंसा लंबित है। विकास योजना की राशि हड़पने वाले मुखिया को पदमुक्त करने की शुरू हुई कार्रवाई से घोटालेबाज मुखिया में बेचैनी पैदा हो गई है। ऐसे मुखिया जी जिन्हें पता है कि उनपर तलवार लटक रही है, उनकी नींदें उड़ी हुई है। मालूम हो कि कई पंचायत ऐसे हैं जहां के मुखिया नई मिसाल पेश कर रहे हैं। उन्होंने पंचायत का सर्वांगीण विकास किया है। लेकिन कई ऐसे भी हैं जिनकी पंचायत के लोग तमाम शिकायतें कर रहे हैं।