लखीसराय । शहर के बाइपास रोड स्थित संत जोसेफ स्कूल के छठी कक्षा के एक छात्र के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के मामले में गिरफ्तार संचालक सह प्राचार्य बेंजामिन जयपाल को पुलिस ने शुक्रवार को जेल भेज दिया है। इससे पहले पुलिस ने सदर अस्पताल में उसकी कोरोना जांच कराई। इसके बाद उसे लखीसराय कोर्ट में पेश किया गया। न्यायालय ने आरोपित विद्यालय संचालक को जेल भेज दिया। उधर इस घटना के बाद संत जोसेफ स्कूल में ताले लटक गए हैं। घटना को लेकर अभिभावकों में काफी आक्रोश व्याप्त है। उधर इस घटना को लेकर विश्व हिदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शहर में आक्रोश मार्च निकाला। शहीद द्वार के पास आरोपित विद्यालय संचालक बेंजामिन जयपाल का पुतला जलाया। मुंगेर विभाग के पूर्व विहिप संयोजक सह वार्ड पार्षद गौतम कुमार के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता शहर के नया बाजार धर्मशाला से शहीद द्वार तक आक्रोश मार्च निकाल कर आरोपित विद्यालय संचालक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान लोग स्लोगन लिखी तख्ती हाथ में लेकर कार्यकर्ताओं द्वारा जिला प्रशासन से संत जोसेफ स्कूल को अविलंब बंद करने, आरोपित संचालक को स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सख्त सजा दिलाने की मांग कर रहे थे। आरएसएस के मुंगेर विभाग सेवा प्रमुख राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि बेंजामिन जयपाल पर पहले भी इस तरह के गंभीर आरोप लग चुके हैं। यह अलग बात है कि प्रतिष्ठा के कारण अभिभावकों ने इसे दबा दिया। प्रदर्शन और पुतला दहन कार्यक्रम में भाजयुमो के विकास कुमार विमल, उपाध्यक्ष विकास कुमार, विहिप के जिला मंत्री भूपेंद्र कुमार, बजरंग दल के जिला सह संयोजक बंटी कुमार, गौतम कुमार, राज सन्नी पटेल, मौसम पटेल, नगर कार्यवाह कवींद्र कुमार बबलू, वार्ड पार्षद रंजीत गुप्ता, मनीष कुमार सहित अन्य लोग शामिल थे। जेल जाने से पहले भी बेंजामिन जयपाल से बातचीत का प्रयास किया गया लेकिन चेहरे पर मास्क लगाए वह मीडिया से मुंह छिपाते नजर आए। उन्होंने कुछ भी बोलने से परहेज किया।
कोशी लाइव डेस्क: