पूर्णिया। शहर के होटल होलीडे के कमरे में रविवार को चुनापूर के साकेत कुमार राय (53) का शव फांसी के फंदे पर मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक चुनापूर के डॉ. गोविद राय का पुत्र है। वे घर से शनिवार की शाम निकले थे और रात करीब 7:30 बजे होटल पहुंचकर 203 नंबर कमरा में ठहरे थे। रविवार की सुबह तक घर नहीं लौटने पर स्वजनों ने फोन लगाना शुरू किया। कई बार फोन करने बाद भी रिसीव नहीं हुआ तो स्वजन खोजबीन में जुटे। इधर दोपहर बाद तक होटल का कमरा नहीं खुला तो कमरे के फोन पर रिसेप्शन से कॉल किया जाने लगा। यह फोन भी रिसीव नहीं किया जा रहा था। किसी अनहोनी की आशंका पर होटल के कर्मी ने दोपहर बाद सहायक खजांची थाना पुलिस को फोन कर सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस और स्वजन पहुंचे। कमरे को काफी खटखटाया गया लेकिन दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर पंखे पर पर्दे से बने फंदे में शव लटका हुआ था। पुलिस ने कमरे को सील कर जांच-पड़ताल कर पंचनामा तैयार किया। कमरे के अंदर टेबल पर आधा खाया हुआ था और दो थाली फर्श पर गिरी हुई थी। फांसी के फंदे पर लटके शव के पैर के नीचे खून भी गिरा हुआ था। खून आखिर क्यों और कैसे गिरा यह सवाल खड़ा हुआ। पुलिस छानबीन में पैर में चोट लगे होने की बात सामने आई।
डॉक्टर पुत्र होटल रहने के लिए में घर से किस परिस्थिति में पहुंचे और किस कारण से फांसी लगाया यह पुलिस के लिए जांच का विषय बन गया है। आशंका जताया जा रहा है कि किसी घरेलू विवाद के बाद वे निकले थे और होटल में कमरा लेकर ठहरने के बाद फांसी लगा लिया। डीएसपी आनंद पांडेय ने बताया कि प्रथम दृष्टया में आत्महत्या प्रतीत हो रहा है। स्वजनों के आवेदन के आधार पर सभी बिंदुओं पर जांच-पड़ताल की जाएगी।
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घर वालों को फोन पर बताया था टैक्सी स्टैंड में हैं
घटनास्थल मृतक के पिता डॉ. गोविद राय और मृतक का दोनों पुत्र प्रत्युष और सुयश के अलावा अन्य परिचित पहुंचे थे। स्वजनों ने बताया कि शाम करीब 8:30 बजे फोन पर बातचीत हुई थी। उन्होंने टैक्सी स्टैंड में होने का बात कही। इसके बाद फिर कोई बातचीत नहीं हुई। सुबह 6:30 बजे से फोन लगाने पर वह रिसीव नहीं हुआ तो खोजबीन के लिए निकले। मृतक को जानने वाले रोहन कुमार सिंह ने बताया कि वे करीब दस बजे होटल में फोटो दिखाकर पूछने पहुंचे थे कि यह व्यक्ति यहां आए भी हैं लेकिन उस समय किसी ने फोटो देखकर कुछ नहीं बताया। इसके बाद वे लोग आसपास के सभी क्षेत्र और होटल में खोजबीन किए। दोपहर 12 बजे फिर होटल होलीडे पहुंचने पर नाम बताने के बाद बताया गया कि वे 203 नंबर कमरे में ठहरे हैं।
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एक बार भी नहीं खोला था कमरा : मैनेजर
होटल के मैनेजर विकास ने बताया कि रात में कमरा लेने पहुंचने पर उन्होंने कहा कि काफी दूर से आए हैं, थक गए हैं रात में रहेंगे और सुबह घर चले जाएंगे। उन्होंने कमरा लेकर खाना ऑर्डर किया। कुछ देर बाद बाहर कोई आए थे। उनसे मिलने बाहर निकले फिर कमरे में चले गए। सुबह नाश्ता के लिए रिसेप्शन से होटल के फोन पर कॉल करने पर रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद सफाई करने वाला भी पहुंचकर खटखटाया था लेकिन कमरा नहीं खोला। सुबह से एक बार भी कमरा नहीं खुला। दोपहर तक बाहर नहीं निकलने पर फिर खटखटाया गया लेकिन नहीं खोला। उसके बाद स्वजन पहुंचे और पुलिस को सूचना दी गई।