सहरसा। लोग गुजर जाते हैं पर उनकी यादें शेष रह जाती है। खेलकूद, सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले पूर्व मुखिया रामबहादुर बाबू युवा पीढ़ी के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं थे। ये बातें पंचगछिया में पूर्व मुखिया के निधन पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद लवली आनंद ने कही। उन्होंने कहा कि वर्षों तक वृहत्तर पंचगछिया को उनकी कमी खलती रहेगी। वे स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय ब्रह्माचारी के अनुजवत थे, वहीं आनंद मोहन और मेरे अभिभावक तुल्य भी थे। उन्होंने कहा कि उनके याद में न सिर्फ श्रद्धांजलि सभा हो , बल्कि कोई ऐसी यादगार संस्था या स्मारक बने जिससे आने वाली कई पीढि़यां प्रेरणा लेती रहे।
श्रद्धांजलि सभा समापन के बाद पूर्व सांसद ने हाल ही में दिवंगत हुए पंचगछिया संगीत घराने के अंतिम कड़ी के रूप में सुप्रसिद्ध गायक स्व. हरिनारायण झा 'हरि जी' के घर पहुंच स्वजनों से मुलाकात की। बाद में असहायों के बीच कंबल और वस्त्रों का वितरण भी किया गया। इस मौके पर डॉ. अशोक कुमार सिंह, किशोर कुमार सिंह, सरपंच मणिकांत झा, अवधेश सिंह, मुकुल भारती, शिबू सिंह,आनंद सिंह, कमरेंद्र सिंह, मो. सलीम, मोहन कुमार, संजीव सिंह, संजय कुमार व नीलेश कुमार आदि मौजूद थे।