पटना: बिहार में अब अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वे अधिकारियों पर हमला करने लगे हैं. रूपेश हत्याकांड (Rupesh Murder Case) के असली मुजरिमों की अब तक तलाश भी पूरी नहीं हो पाई है कि एक और सरकारी अधिकारी को अपहरण कर लेने के बाद मौत के घाट उतार दिया गया है.
पटना के कृषि पदाधिकारी अजय कुमार के अपहरण मामले में तलाश कर रही पुलिस को गौरीचक थाना क्षेत्र के साहेब नगर से अजय कुमार का शव बरामद हुआ है. अजय कुमार की लाश नदी किनारे जमीन में गड़ी मिली.
बता दें कि बीते दिनों अपहृत कृषि पदाधिकारी अजय कुमार मसौढ़ी कार्यालय जाने के दौरान लापता हो गए थे. परिजनों ने कंकड़बाग थाना में इस बाबत मामला भी दर्ज कराया था.
इतना ही नहीं, लापता होने के बाद से परिजनों ने कंकड़बाग पुलिस पर कार्यवाही में लापरवाही बरतने का भी न सिर्फ अंदेशा जताया था बल्कि बाकयदा आरोप भी लगाया था. सीडीआर में भी पुलिस को गोलू नामक व्यक्ति से बात करने साक्ष्य मिले थे.
हालांकि, पुलिस ने तब गोलू को ससमय गिरफ्तार नहीं किया. अब जबकि कृषि पदाधिकारी की हत्या हो गई है तो पुलिस की कार्यशैली हमेशा की तरह एक बार फिर विवादों के घेरे में है. परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है.
कृषि पदाधिकारी की हत्या के मामले में BJP विधायक अरुण सिन्हा ने अपनी ही सरकार के लॉ एंड ऑर्डर व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. अरुण सिन्हा ने कहा कि मैं सत्ता पक्ष का विधायक हूं, लेकिन ये कहूंगा कि शासन प्रसाशन की व्यवस्था को सुदृढ करने को लेकर फिर से सरकार विचार करे. यह घटना दुखद है.