भागलपुर में 2 हजार करोड़ रुपए की हेराफेरी करने वाले इंजीनियर को तेलंगाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लॉकडाउन में वह ऐप से लोगों को लोन देता था और जबरदस्ती 35% तक ब्याज वसूलता था। पैसे चुकता नहीं करने पर वह लोगों को प्रताड़ित भी करता था। कई लोगों ने प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी तक कर ली। पुलिस ने शातिर इंजीनियर हेमंत झा को इशाकचक थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। दिल्ली में रहने वाले एक और शख्स की पुलिस को तलाश है। फिलहाल उसे कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया है। तेलंगाना पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर तेलंगाना ले जाने की कोशिश में लगी हुई है।
पिछले ही दिनों आया था भागलपुर
हेमंत झा पिछले ही दिनों दिल्ली से अपने घर भागलपुर आया था। इशाकचक थाना के सब्जी मंडी में उसका घर है। पुलिस ने उसे अपने घर से ही गिरफ्तार किया है, जहां लैपटॉप और मोबाइल भी बरामद हुआ है। तेलंगाना के बशीराबाद से साइबराबाद पुलिस का नेतृत्व इंस्पेक्टर S रमेश कर रहे थे।
छोटी रकम पर मोटा ब्याज
हेमंत लोगों से छोटी रकम पर मोटा ब्याज वसूलता था। अपने दोस्त के साथ मिलकर वह दिल्ली में बैठे-बैठे लोगों को लोन देता था। कम पैसों के लोन मिलने के कारण लोग लोन लेने लगे। ऐप के जरिये दोनों ने किसान और छोटे व्यवसायियों को निशाना बनाया। इसके बाद उनसे 35% ब्याज दर पर लोन की वसूली करता था।
धोखाधड़ी और सुसाइड के लिए बाध्य करने के केस दर्ज
हेमंत झा पर साइबराबाद थाने में धोखाधड़ी और सुसाइड के लिए बाध्य करने के कई केस दर्ज हैं। पैसे चुकता नहीं किए जाने पर लोगों को अलग-अलग तरीके से प्रताड़ित करता था। कई लोगों ने प्रताड़ना से तंग आकर सुसाइड भी कर लिया था। इस मामले में तेलंगाना के KR रेड्डी नगर स्थित फुमल्ला पोचमपल्ली निवासी M संतोष कुमार ने साइबराबाद थाने में अपने साले गुज्जी चंद्रमोहन के सुसाइड के बाद केस दर्ज कराया था। हेमंत पर लोन दे मोटी रकम वसूलने के गंभीर आरोप हैं। तेलंगाना पुलिस इसी ताक में उसे खोजते हुए भागलपुर पहुंची थी।