बेगूसराय। गुरुवार को नगर थाना क्षेत्र के सुभाष चौक स्थित एक निजी क्लिनिक में इलाजरत प्रसूता की मौत के बाद स्वजनों ने एनएच-31 जाम कर हंगामा किया। सड़क जाम की सूचना पर पहुंची नगर थाना की पुलिस ने आक्रोशित स्वजनों को समझाकर सड़क जाम समाप्त करा दिया, लेकिन मुआवजे की मांग व लापरवाह चिकित्सक पर कार्रवाई की मांग को लेकर दिन भर शव क्लिनिक के आगे पड़ा रहा। समाचार प्रेषण तक दोनों पक्ष में सुलह कराने की कवायद चल रही है। घटना के बाद से निजी क्लिनिक के मुख्य द्वार में ताला बंद कर कर्मचारी समेत चिकित्सक बंद हैं।
चेरियाबरियारपुर के बसही निवासी गौरव तिवारी की 23 वर्षीय पत्नी कोमल कुमारी को 16 जनवरी को प्रसव पीड़ा होने के बाद भर्ती कराया गया था। प्रसूता हेपेटाइटिस बी पॉजीटिव बताई जाती है। चिकित्सक ने आपरेशन कर सफलतापूर्वक बच्चे के सकुशल बाहर निकाल लिया। जिसके बाद प्रसूता चार दिन से इलाजरत थी। इस संबंध में स्वजनों ने बताया कि गुरुवार की सुबह प्रसूता की मौत होने के बाद शव को आक्सीजन लगा कर कोरोना पॉजीटिव होने की बात कहकर पटना रेफर कर दिया। स्वजनों ने जब प्रसूता को देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। जिसके बाद स्वजन आक्रोशित हो गए और शव को लेकर डीसी सिंह पेट्रोल पंप के सामने एनएच-31 जाम कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। एनएच-31 जाम की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे नगर थाना के दारोगा वरूण कुमार, ज्योति कुमार समेत टाइगर मोबाइल के जवानों ने आक्रोशित स्वजनों को समझाकर सड़क जाम खत्म कराया और दोनों पक्षों में सुलह की पहल शुरू की। शाम चार बजे तक दोनों पक्ष में सुलह नहीं हो सकी और शव को लेकर स्वजन निजी क्लिनिक के सामने डटे रहे। स्वजनों ने इलाज के दौरान करीब एक लाख रुपये एठने का भी आरोप लगाया है। इस संबंध में चिकित्सक से संपर्क करने पर उनका पक्ष नहीं मिल सका है। पुलिस निजी क्लिनिक में तोड-फोड़ की आशंका को देखते हुए मौके पर मुस्तैद है। इधर घटना की जानकारी मिलते ही छात्र राजद को एक प्रतिनिधिमंडल मौके पर पहुंचा और दोषी चिकित्सक पर कार्रवाई व स्वजनों को मुआवजा दिलाने की मांग की है।