सदर थाना क्षेत्र के भान गांव में कमांडो दस्ता ने शुक्रवार को एक मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया है। कमांडो ने फैक्ट्री में काम करने वाले दो मिस्त्री को गिरफ्तार किया। जबकि मिनी गन फैक्ट्री चलाने वाला भाग निकला। सूत्रों के अनुसार कमांडो हेड विपिन को शुक्रवार की सुबह गुप्त सूचना मिली कि मिठाई के भान गांव में एक अवैध मिनी गन फैक्ट्री संचालित हो रहा है।
भान के कुन्दन कुमार नामक युवक फैक्ट्री चलाता है। वहां बड़े पैमाने पर हथियार बनाकर बेचने का धंधा किया जाता है। मामले की सच्चाई जाने के लिए कमांडो ने एक पुलिस को सादे लिबास में हथियार की खरीद करने की बात करने वाहां पहुंचा। पुलिस ने एक देसी कट्टा 22 सौ रुपये में खरीदने की बात तय कर ली। इसी बीच उक्त पुलिस ने कमांडो दस्ता को सूचना दी। कमांडो दस्ता ने तत्परता दिखाते हुए उक्त स्थल पर धावा बोल दिया। काम कर रहे कारीगरों ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की लेकिन कमांडो दस्ता ने हथियार बनाने में लगे दो लोगों को दबोच लिया। फैक्ट्री चलाने वाला पुलिस को चकमा देकर भाग निकला।
पुलिस ने गन फैक्ट्री से अर्द्ध निर्मित आघा दर्जन कट्टा, अर्द्ध निर्मित राइफल, वैरल, भारी संख्या में मैग्जीन ्पि्ररंग, कटर मशीन, रेती आदि सामान बरामद किया। सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार मिस्त्री की पहचान मुंगेर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थितबरदह गांव निवासी नूर मोहम्मद के पुत्र मो. मुन्ना और मो. निजामुल के पुत्र मो. ओसी के रूप में की गयी है। गिरफ्तार दोनों ने बताया की कुंदन मुंगेर गया था। लॉकडान में रोजगार नहीं मिलने के कारण पांच सौ की दिहाड़ी पर उन्हें लाया था। दो दिन पहले वे भान पहुंचे। पांच कट्टा बनाकर कुंदन ने 22 सौ रुपये की दर से वेचा।
सूत्रों के अनुसार पकड़े गए दोनों युवकों ने पहले सहरसा जिले के बखतियारपुर में अवैध हथियार बनाने का काम करते थे। हथियार के सामान की आपूर्ति दोनों मुंगेर से करता था। सूचना पर एसपी योगेन्द्र कुमार, एसडीपीओ अजय नारायण यादव, थानाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह ने अर्द्ध निर्मित हथियार का जायजा लिया। मिनी गन फैैक्ट्री का खुलासा पुलिस के बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
छापेमारी के दौरान पकड़े गए मिनी गन फैक्ट्री