शहर के पश्चिमी बाइपास के दवा व्यवसायी प्रेम कुमार सुमन पर 26 दिन के अंदर दो-दो बार हुए जानलेवा हमले मामले में नया मोड़ आ गया है। दरअसल दवा व्यवसायी को रास्ते से हटाने के लिए उसके ही घर की एक महिला ने अपने आशिक के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिलवाया था। मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने सुपौल जिले के पिपरा थाना क्षेत्र के रामनगर निवासी प्रेमी सौरभ कुमार और मधेपुरा सदर थाना क्षेत्र के साहुगढ़ पंचायत के जानकी टोला वार्ड-4 निवासी शूटर अमित कुमार को घटना में इस्तेमाल किए गए दो कट्टा, एक खोखा और दो मोबाइल के साथ गिरफ्तार कर लिया। प्रेमी सौरव कुमार ने पुलिस को बताया कि प्रेम कुमार सुमन के घर की एक महिला से पिछले दो वर्ष से उसका प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इसी क्रम में एक दिन प्रेमकुमार ने दोनों को रंगे-हाथ पकड़ लिया। इसके बाद डांट-फटकार कर सौरभ को तो भगा दिया, पर घर की महिला से मारपीट भी की और उसे हिदायत दी कि सौरव से अब किसी प्रकार का संबंध नहीं रखें। लेकिन दोनों के बीच गुपचुप प्रेम-प्रसंग चलता ही रहा। इस कारण से दवा व्यवसायी प्रेमकुमार, महिला से अक्सर मारपीट करने लगे। इस बात की जानकारी जब सौरव को हुई तो उसने प्रेमकुमार को सबक सिखाने के लिए और उसे रास्ते से हटाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया। इस क्रम में उसने सबसे पहले सदर थाना क्षेत्र के साहुगढ़ पंचायत के जानकी टोला वार्ड-4 निवासी शूटर अमित कुमार से बात की। अमित ने गोली मारने के लिए 20 हजार में मामला तय किया।
पहली घटना में बचने पर दोबारा मारी गोली
अमित के तैयार हो जाने के बाद उसने अपने अन्य सहयोगी के साथ एक नवंबर की रात करीब 8:30 बजे जब दवा व्यवसायी प्रेम कुमार सुमन अपने घर के दरवाजे के बाहर थे, ताे आकर उन्हें गोली मार दी। लेकिन वे इलाज के बाद वे बच गए। बताया गया कि इसके बाद भी सौरव और दवा व्यवसायी के घर की महिला को संतोष नहीं हुआ तो दोबारा गोली मारने की प्लानिंग की गई। इसके बाद तय हुआ कि अब घर में घुसकर गोली मारना है। इसके लिए 26 नवंबर को समय तय किया गया। उस दिन रात को जब प्रेमकुमार अपने घर में थे, तो प्रेमी सौरभ ने अपनी प्रेमिका को फोन कर घर का दरवाजा खुलवाया। घर का दरवाजा खुलते ही अमित के साथ घर में घुसकर प्रेम कुमार को गोली मार दी और दोनों वहां से बाइक पर सवार होकर अपने अन्य सहयोगी के साथ फरार हो गए।
व्यवसायी के घर भी जाता था सौरव
बताया गया कि प्रेमी सौरव, पहले दवा व्यवसायी प्रेम कुमार के साथ एमआर के रूप में करता था। इस कारण से उसका संपर्क अच्छा था। सौरव, प्रेमकुमार के घर भी आता-जाता था। इसी क्रम में प्रेमकुमार के घर की उक्त महिला से उसका प्रेम-प्रसंग शुरू हुआ। दूसरी ओर, इस घटना के बाद सदर एसडीपीओ अजय नारायण यादव के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार, सदर थानाध्यक्ष सुरेश सिंह, कमांडो हेड विपिन कुमार, तकनीकी शाखा प्रभारी धीरेंद्र कुमार को शामिल कर छानबीन शुरू की गई। इस क्रम में वैज्ञानिक अनुसंधान होने पर दवा व्यवसायी के घर से ही दोनों घटना का कनेक्शन सामने आया। शूटर अमित कुमार ने घटना के बाद कट्टा को छिपा दिया था। उसकी निशानदेही पर घैलाढ़ थाना क्षेत्र के रतनपुरा निवासी मुन्ना कुमार को गिरफ्तार करते हुए उसके घर से कट्टा जब्त किया गया। जबकि प्रेमी सौरभ के द्वारा घटना में प्रयुक्त हथियार एवं खोखा को उसकी निशानदेही पर सुपौल जिले के चौघाड़ा भगवानदत्त गांव स्थित एक निर्माणाधीन मकान से बरामद किया गया।
गोलीकांड का किया गया खुलासा
दवा व्यवसायी पर दो-दो बार हुए हमलाकांड का खुलासा हो गया है। दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर दो कट्टा, एक खोखा और दो मोबाइल भी जब्त किया गया। घटना काे अंजाम देने वाले सौरव का दवा व्यवसायी के घर की एक महिला से प्रेम-प्रसंग था।
योगेंद्र कुमार, एसपी, मधेपुरा