पटना। वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी संजीव कुमार सिंघल को बिहार का नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बनाया गया है। पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) लेने के बाद इन्हें बिहार का प्रभारी डीजीपी बनाया गया था। अब सरकार ने आइपीएस अधिकारी संजीव कुमार सिंघल की स्थाई तौर पर पोस्टिंग कर दी है। गृह विभाग ने शनिवार को संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है।
पहले भी इसी पद पर थे अतिरिक्त प्रभार में
भारतीय पुलिस सेवा के 1988 बैच के अधिकारी एसके सिंघल को बिहार का पूर्णकालिक डीजीपी बनाया गया है। अभी तक वह बिहार के डीजीपी पद पर अतिरिक्त प्रभार में थे। वे गृह रक्षा वाहिनी के महानिदेशक सह महासमादेष्टा के रूप में पदस्थापित थे। देर शाम गृह विभाग ने उन्हें पूर्णकालिक डीजीपी बनाए जाने की अधिसूचना जारी कर दी।
डीजीपी के लिए तीन नाम पर चल रही थी चर्चा
बताते चलें कि डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद एसके सिंघल को डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। गृह विभाग ने 22 सितंबर को उन्हें अतिरिक्त प्रभार दिए जाने की अधिसूचना जारी की थी। सरकार के स्तर पर डीजीपी के लिए तीन नाम पर चर्चा चल रही थी। आखिर में यह तय हुआ कि एसके सिंघल ही डीजीपी के रूप में काम करते रहेंगे।
विधानसभा चुनाव से पहले गुप्तेश्वर पांडेय ने लिया था वीआरएस
बताते चलें कि राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रहे गुप्तेश्वर पांडेय ने बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। वीआरएस लेने के बाद उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई वाले जनता दल युनाइटेड (जदयू) की सदस्यता भी ग्रहण की थी। खुद सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। इसके बाद उनके चुनाव लड़ने के चर्चे तेज हो गए थे। बक्सर से मैदान में उतरने को लेकर लगातार उनसे सवाल पूछे जा रहे थे, लेकिन जेडीयू ने उन्हें टिकट नहीं दिया था।