प्रेसवार्ता कर जानकारी देते हुए सदर डीएसपी आनंद पांडेय ने बताया कि स्मैक के फैल रहे नेटवर्क पर रोक लगाने के लिए गठित पुलिस टीम ने कार्रवाई कर तस्करों को स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया है। टीम के सदस्य नेटवर्क से जुड़े अन्य तस्करों की छानबीन कर रही है।
डीएसपी ने बताया कि गुरुवार को कसबा रेलवे स्टेशन के पास कार से स्मैक तस्करी से जुड़े पांच तस्कर एकजुट हुए थे। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने जाल बिछाकर तस्करों को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने जब वहां मौजूद तस्करों की तलाशी ली तो विनोद माली के पास से 105 ग्राम, गोङ्क्षवद कुमार महतो के पास से 150 ग्राम और बंगाल नंबर के एक स्वीफ्ट कार के डिक्की से 100 ग्राम एवं एंबेसडर कार से 125 ग्राम स्मैक बरामद किया गया। गिरफ्तार तस्करों ने पूछताछ में बताया कि वे बंगाल के मालदा जिला से स्मैक खरीदकर सीमांचल के क्षेत्र में ऊंची कीमत पर तस्कर को सप्लाई करता है। इससे अच्छा खासा मुनाफा कमा लेता है। गिरफ्तार सभी तस्कर पर एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजा गया।
शराबबंदी बाद बढ़ा स्मैक का प्रचलन
डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर ने अपने बयान में बताया कि शराबबंदी बाद बिहार में स्मैक का प्रचलन बढ़ा है। युवा पीढ़ी शराब नहीं मिलने पर नशा के रूप में स्मैक को अपना रहे हैं। खासकर युवा पीढ़ी स्मैक के दलदल में फंस रहे हैं। स्मैक के चक्कर में युवा पीढ़ी चोरी, छिनतई जैसी घटना को अंजाम दे रहा है और उससे प्राप्त रुपये से स्मैक का लत पूरा करता है। युवा पीढ़ी की पूरी टोली स्मैक के नशा में फंसकर अपना जीवन बर्बाद कर रहा है।
शहर में फैला है स्मैक तस्करों का नेटवर्क
शहर में स्मैक तस्करों का संगठित नेटवर्क फैला हुआ है। जो बंगाल से स्मैक डिलीवरी से लेकर उपयोग करने वाले तक पहुंचाता है। इस कार्य में युवा पीढ़ी के कई युवक शामिल हैं, जो शहर के सभी क्षेत्र में स्मैक पहुंचाता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर में पोलिटेक्निक चौक, फोर स्टार सिनेमा हॉल, सुदीन चौक, टैक्सी स्टैंड, गिरिजा चौक, खुश्कीबाग क्षेत्र में बड़े पैमाने पर स्मैक का थोक बिक्री होता है। इसके अलावा हाउङ्क्षसह बोर्ड, लूट मोहल्ला, मधुबनी गुदरी बाजार, मंझली चौक, भूतहा मोड, जनता चौक जैसे चौक-चौराहे के आसपास भीड़-भाड़ वाले इलाके में तस्कर घूम-घूमकर स्मैक बेचता है।