सहरसा। गोलमा पश्चिमी पंचायत स्थित पिपरा वार्ड दो में गुरुवार को पशु शेड बना रहे एक शिक्षक की करंट लगने से मौत हो गई। पिपरा निवासी नियोजित शिक्षक 28 वर्षीय सुनील कुमार यादव अररिया जिला के एक विद्यालय में पदस्थापित थे। स्वजनों को जैसे ही करंट लगने की जानकारी हुई वो शिक्षक को लेकर अस्पताल पहुंचे। पीएचसी में डाक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मियों को नहीं देख मधेपुरा मिशन अस्पताल ले गये। मिशन पहुंचते ही डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। बाद में स्वजनों ने शव के साथ पीएचसी पहुंचकर जमकर हंगामा किया। हंगामा की सूचना पर ओपी अध्यक्ष अजीत कुमार, सअनि ललन शर्मा पुलिस बल के साथ पीएचसी पहुंचकर मामले को शांत किया तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए सहरसा भेजा। स्वजनों ने बताया कि शिक्षक सुनील अररिया जिला में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। गुरूवार को वे अपने पशुशेड का निर्माण करवा रहे थे। दिन के लगभग बजे करीब बिजली करंट की चपेट में आने से बेहोश हुए।
मृत शिक्षक के चाचा दिनेश यादव, चचेरा भाई राजाराम यादव, सुनील यादव सत्यनारायण यादव ने आक्रोश जाहिर करते कहा कि अगर पीएचसी में डाक्टर मौजूद रहते तो शिक्षक सुनील की जान बचाई जा सकती थी।
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सालभर पहले हुई थी शादी
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लगभग एक साल पहले हुई थी शिक्षक की शादी। उसकी शादी पिछले वर्ष चार जुलाई को मधेपुरा के साहुगढ़ में शादी हुई थी। पत्नी फिलहाल अपने मायके में थी। इधर मृतक की मां शैल्या देवी, पिता नरेश यादव, बड़ा भाई किसान दिलीप यादव का रो-रोकर बुरा हाल है।