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छातापुर।सुपौल।संतोष कुमार भगत
कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों।इस बात को चरितार्थ किया है माधोपुर के लाल अफजल खान ने। मालूम हो कि जिले के छातापुर प्रखंड के माधोपुर पंचायत स्थित हरिहरपुर खान टोला के रहने वाले मोहम्मद कासिम खान के पुत्र अफजल खान ने 30वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा पास कर जज बनने का सपना साकार किया।वअफजल खान के जज बनने की खबर फैलते हीं लोगों ने बधाइयाँ दी।शिक्षक नरेश कुमार निराला ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रतिभा किसी के मोहताज नहीं होती है।यदि समय के साथ ईमानदारी से पढ़ाई की जाए तो उपलब्धि सर आंखों पर होती है।अफजल के पिता ने कहा कि अफजल शुरू से हीं मेधावी रहा है।हाईस्कूल की परीक्षा से लेकर आजतक ये सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं में बेहतर अंकों से रिजल्ट देते रहा।अलिगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से अफजल खान ने बीए, लॉ,एलएलएम,पीएचडी आदि डिग्री हासिल किये हैं।अफजल खान ने अपने सफलता का श्रेय अपने माता पिता-पिता एवं गुरुजनों को देते हैं।उन्होंने कहा कि अच्छी लगन से मेहनत की जाये तो सफलता सिर आंखों पर होती है।बधाई देने वालों में एजाजुल खान,खुर्शीद खान,कलीम खान, जफीर खान, महफूज खान, मजरुल हक़ खान,हाजी फरीद खान, सुंदर झा, मनीष वर्मा, भीमशंकर चौधरी, अकरम खान, फ़ैयाज़ खान, औरंगजेब खान, मंज़र खान, गायत्री देवी, सोनू कुमार आदि के नाम शामिल है।
छातापुर।सुपौल।संतोष कुमार भगत
कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों।इस बात को चरितार्थ किया है माधोपुर के लाल अफजल खान ने। मालूम हो कि जिले के छातापुर प्रखंड के माधोपुर पंचायत स्थित हरिहरपुर खान टोला के रहने वाले मोहम्मद कासिम खान के पुत्र अफजल खान ने 30वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा पास कर जज बनने का सपना साकार किया।वअफजल खान के जज बनने की खबर फैलते हीं लोगों ने बधाइयाँ दी।शिक्षक नरेश कुमार निराला ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रतिभा किसी के मोहताज नहीं होती है।यदि समय के साथ ईमानदारी से पढ़ाई की जाए तो उपलब्धि सर आंखों पर होती है।अफजल के पिता ने कहा कि अफजल शुरू से हीं मेधावी रहा है।हाईस्कूल की परीक्षा से लेकर आजतक ये सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं में बेहतर अंकों से रिजल्ट देते रहा।अलिगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से अफजल खान ने बीए, लॉ,एलएलएम,पीएचडी आदि डिग्री हासिल किये हैं।अफजल खान ने अपने सफलता का श्रेय अपने माता पिता-पिता एवं गुरुजनों को देते हैं।उन्होंने कहा कि अच्छी लगन से मेहनत की जाये तो सफलता सिर आंखों पर होती है।बधाई देने वालों में एजाजुल खान,खुर्शीद खान,कलीम खान, जफीर खान, महफूज खान, मजरुल हक़ खान,हाजी फरीद खान, सुंदर झा, मनीष वर्मा, भीमशंकर चौधरी, अकरम खान, फ़ैयाज़ खान, औरंगजेब खान, मंज़र खान, गायत्री देवी, सोनू कुमार आदि के नाम शामिल है।