कोशी लाइव_नई सोच नई खबर।
रीतेश हन्नी।
सहरसा : *कोशी दियारा का कुख्यात अपराधी काजल यादव के पिता सतो यादव की हत्या*
*बेखौफ बदमाशों ने की पूर्व मुखिया की गोली मारकर हत्या, तफ्तीश में जुटी पुलिस*
_जेल में बन्द कुख्यात काजल यादव के पिता पूर्व मुखिया का रहा है आपराधिक इतिहास_
सहरसा – गोलियों की तड़तड़ाहट से तर्राया कोसी दियारा मची सनसनी। जेल में बन्द कोसी दियारा का कुख्यात काजल यादव के पिता पूर्व मुखिया सत्तो यादव की अज्ञात अपराधियों ने अहले सुबह गोली मारी जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। प्राप्त जानकारी अनुसार सहरसा – दरभंगा जिले के सीमा क्षेत्र दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान के तिलकेश्वर ओपी क्षेत्र में अज्ञात अपराधियों ने ट्रैक्टर से खेत जोतने के दौरान घटना को दिया अंजाम। मृतक राजनपुर पंचायत के पूर्व मुखिया थे। मृतक सतो यादव महिषी थाना क्षेत्र के राजनपुर पंचायत के धनौज धर्मपुर गांव के रहने वाले थे। प्राप्त सुचना अनुसार फायरिंग के दौरान सत्तो यादव को कई गोलियां लगी। इसके तुरंत बाद घटनास्थल पर ही सत्तो यादव की मौत हो गई। मृतक पूर्व मुखिया सत्तो यादव अपना आपराधिक इतिहास रहा है। मालूम हो कि मृतक पर हत्या, लूट, अपहरण जैसे कई मामले दर्ज हैं। जिस कारण वह पुलिस के डर से भागा फिरता था। बताते चलें कि डेंगराही तिहरे हत्याकांड में भी पुलिस को सत्तो की तलाश थी। कोशी दियारा क्षेत्र में उनका भी वर्चस्व की लड़ाई में कभी हाथ रहा करता था। उम्र के पड़ाव पर आने के बाद उनका पुत्र काजल यादव ने कमान संभाल लिया था। इसने अपने बाहुबल के बदौलत मुखिया के पद को भी सुशोभित किया था। इलाके में इसका अदावत हमेशा दियारा क्षेत्र के अपराधियों से चलता रहता था। कभी कुख्यात रामानंद यादव तो कभी पारो यादव से और इसकी हत्या उसी का परिणाम के रूप में देखा जा सकता है। इस घटना के बाद से खूनी संघर्ष की आशंका प्रबल होती दिखाई दे रही है। मृतक के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए दरभंगा भेज दिया है। पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर तफ्तीश में जुट चुकी है। आगे देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस कब तक हत्या के सही कारणों का खुलासा कर पाती है।
रीतेश हन्नी।
सहरसा : *कोशी दियारा का कुख्यात अपराधी काजल यादव के पिता सतो यादव की हत्या*
*बेखौफ बदमाशों ने की पूर्व मुखिया की गोली मारकर हत्या, तफ्तीश में जुटी पुलिस*
_जेल में बन्द कुख्यात काजल यादव के पिता पूर्व मुखिया का रहा है आपराधिक इतिहास_
सहरसा – गोलियों की तड़तड़ाहट से तर्राया कोसी दियारा मची सनसनी। जेल में बन्द कोसी दियारा का कुख्यात काजल यादव के पिता पूर्व मुखिया सत्तो यादव की अज्ञात अपराधियों ने अहले सुबह गोली मारी जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। प्राप्त जानकारी अनुसार सहरसा – दरभंगा जिले के सीमा क्षेत्र दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान के तिलकेश्वर ओपी क्षेत्र में अज्ञात अपराधियों ने ट्रैक्टर से खेत जोतने के दौरान घटना को दिया अंजाम। मृतक राजनपुर पंचायत के पूर्व मुखिया थे। मृतक सतो यादव महिषी थाना क्षेत्र के राजनपुर पंचायत के धनौज धर्मपुर गांव के रहने वाले थे। प्राप्त सुचना अनुसार फायरिंग के दौरान सत्तो यादव को कई गोलियां लगी। इसके तुरंत बाद घटनास्थल पर ही सत्तो यादव की मौत हो गई। मृतक पूर्व मुखिया सत्तो यादव अपना आपराधिक इतिहास रहा है। मालूम हो कि मृतक पर हत्या, लूट, अपहरण जैसे कई मामले दर्ज हैं। जिस कारण वह पुलिस के डर से भागा फिरता था। बताते चलें कि डेंगराही तिहरे हत्याकांड में भी पुलिस को सत्तो की तलाश थी। कोशी दियारा क्षेत्र में उनका भी वर्चस्व की लड़ाई में कभी हाथ रहा करता था। उम्र के पड़ाव पर आने के बाद उनका पुत्र काजल यादव ने कमान संभाल लिया था। इसने अपने बाहुबल के बदौलत मुखिया के पद को भी सुशोभित किया था। इलाके में इसका अदावत हमेशा दियारा क्षेत्र के अपराधियों से चलता रहता था। कभी कुख्यात रामानंद यादव तो कभी पारो यादव से और इसकी हत्या उसी का परिणाम के रूप में देखा जा सकता है। इस घटना के बाद से खूनी संघर्ष की आशंका प्रबल होती दिखाई दे रही है। मृतक के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए दरभंगा भेज दिया है। पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर तफ्तीश में जुट चुकी है। आगे देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस कब तक हत्या के सही कारणों का खुलासा कर पाती है।