कोशी लाइव:
मधेपुरा: यहां के हरिहर साहा महाविद्यालय में पढ़ रहे छात्रों को डर के साए में पढ़ाई करनी पड़ रही है. यह महाविद्यालय पूरी तरह जर्जर हालत में है जिससे क्लास में छात्रों की संख्या न के बराबर रहती है और कागजों में ही छात्रों को डिग्रियां बांटी जाती है.
छात्रों का कहना है कि महाविद्यालय में न तो कोई शिक्षक रहता है न ही किसी भी विषय की क्लास ली जाती है. अगर एक दो क्लास हो भी जाए तो उसमें भी डर रहता है कि क्लासरूम की छत कभी भी गिर सकती है. कॉलेज की बदहाली को लेकर प्रिंसिपल बी एन विवेका का कहना है कि उन्होंने विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से कमरों और शिक्षकों की मांग की थी. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
नेताओं ने दिया आश्वासन
उन्होंने बताया कि सांसद पप्पू यादव का ध्यान भी इस ओर दिलाया गया लेकिन दो कमरे बनाने की घोषणा को उन्होंने आज तक पूरा नहीं किया. जेडीयू सरकार में सत्ताधारी विधयाक निरंजन कुमार मेहता और विधान पार्षद संजीव कुमार सिंह से भी मांग की गई सालों बीतने के बाद भी विधयाक ने ध्यान नहीं दिया. कोई भी नेता सिवाय आश्वासन देने के कुछ नहीं करता.
महाविधालय में शिक्षकों से लेकर छात्रों के बैठने के लिए एक भी कमरा सही नहीं है सभी की हालत जर्जर है. जिससे छात्र क्लास करने से डरते हैं देखने से लगता है कि यह भवन कब मौत का कहर बनकर गिर जाएगा कहना मुश्किल है.
मधेपुरा: यहां के हरिहर साहा महाविद्यालय में पढ़ रहे छात्रों को डर के साए में पढ़ाई करनी पड़ रही है. यह महाविद्यालय पूरी तरह जर्जर हालत में है जिससे क्लास में छात्रों की संख्या न के बराबर रहती है और कागजों में ही छात्रों को डिग्रियां बांटी जाती है.
छात्रों का कहना है कि महाविद्यालय में न तो कोई शिक्षक रहता है न ही किसी भी विषय की क्लास ली जाती है. अगर एक दो क्लास हो भी जाए तो उसमें भी डर रहता है कि क्लासरूम की छत कभी भी गिर सकती है. कॉलेज की बदहाली को लेकर प्रिंसिपल बी एन विवेका का कहना है कि उन्होंने विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से कमरों और शिक्षकों की मांग की थी. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
नेताओं ने दिया आश्वासन
उन्होंने बताया कि सांसद पप्पू यादव का ध्यान भी इस ओर दिलाया गया लेकिन दो कमरे बनाने की घोषणा को उन्होंने आज तक पूरा नहीं किया. जेडीयू सरकार में सत्ताधारी विधयाक निरंजन कुमार मेहता और विधान पार्षद संजीव कुमार सिंह से भी मांग की गई सालों बीतने के बाद भी विधयाक ने ध्यान नहीं दिया. कोई भी नेता सिवाय आश्वासन देने के कुछ नहीं करता.
महाविधालय में शिक्षकों से लेकर छात्रों के बैठने के लिए एक भी कमरा सही नहीं है सभी की हालत जर्जर है. जिससे छात्र क्लास करने से डरते हैं देखने से लगता है कि यह भवन कब मौत का कहर बनकर गिर जाएगा कहना मुश्किल है.