@स्टालिन_अमर_अक्की #_कोशी क्षेत्रिये समाचार
मधेपुरा : जिले के ग्वालपाड़ा उप डाकघर में हुए गबन की राशि पांच करोड़तक पहुंचने कीआशंका है। डाक अधीक्षक सहरसा के निर्देश पर दो पोस्टल इंस्पेक्टर जांच में जुटे हुए हैं। जांच का कार्य समाप्त होने के बाद ही सही गबन का आंकड़ा सामनेआपाएगा। बताया जा रहा है कि राशि की निकासी फर्जी खाता खोलकर एटीएम से कर कियागया है। उपडाकघर ग्वालपाड़ा में गबन का मामला प्रकाश में आने के बाद डाक विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। डाक अधीक्षक सहरसा शिवनंदन प्रसाद यादव ने आनन-फानन में पोस्टल इंस्पेक्टर संतोष चौधरी एवं रौशन मिश्रा को गबन के जांच का जिम्मा सौंपा है। दोनों इंस्पेक्टर के द्वारा लगातार जांच किया जा रहा है। जानकार बताते हैं कि अधिक राशि गबन होने के कारण जांच कार्यलंबाखींच सकताहै।क्योंकि फर्जी खाता खोलकर पोस्टल एटीएम से राशि की निकासी कर गबन का खेल काफी दिनों से चला आ रहा था। जांच कार्य पूरा होने तक गबन का आंकड़ा पांच करोड़से ऊपर जाने काअनुमानलगाया जा रहा है। गबन के मामले में डाक अधीक्षक ने डाकपाल को निलंबित तो कर दिया है। परन्तु अभी तक दोषी के खिलाफप्राथमिकी क्योंनहीं दर्ज की गई है।
सबसे मजेदार बात यह है कि डाकघर की जांच के लिए समय-समय पर उपडाकघर ग्वालपाड़ा पहुंचने वाले अधिकारीको इतने दिनोंसे फर्जी खाता खोलकर किए जा रहे सरकारी राशि के गबन की भनक क्योंनहीं लगी। लिहाजा जांचकरने वालेअधिकारी परभी सवाल खड़ा होरहाहै। ------------------------
प्रथमदृष्टयामें गबन 50 लाख की राशि गबन की बात सामने आई है। जांच की जा रही है। जांच के बाद ही सही राशि कापताचल पाएगा। जांच में एक सप्ताह से अधिक समय भी लग सकता है। क्योंकि फर्जीखाता जिस व्यक्तिके नाम से खोल राशि की निकासी की गई है। संबंधी व्यक्ति से भी जांच अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। जांचकार्य पूरा होने पर दोषी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
शिवनंदनप्रसाद यादव
डाकअधीक्षक, सहरसा
मधेपुरा : जिले के ग्वालपाड़ा उप डाकघर में हुए गबन की राशि पांच करोड़तक पहुंचने कीआशंका है। डाक अधीक्षक सहरसा के निर्देश पर दो पोस्टल इंस्पेक्टर जांच में जुटे हुए हैं। जांच का कार्य समाप्त होने के बाद ही सही गबन का आंकड़ा सामनेआपाएगा। बताया जा रहा है कि राशि की निकासी फर्जी खाता खोलकर एटीएम से कर कियागया है। उपडाकघर ग्वालपाड़ा में गबन का मामला प्रकाश में आने के बाद डाक विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। डाक अधीक्षक सहरसा शिवनंदन प्रसाद यादव ने आनन-फानन में पोस्टल इंस्पेक्टर संतोष चौधरी एवं रौशन मिश्रा को गबन के जांच का जिम्मा सौंपा है। दोनों इंस्पेक्टर के द्वारा लगातार जांच किया जा रहा है। जानकार बताते हैं कि अधिक राशि गबन होने के कारण जांच कार्यलंबाखींच सकताहै।क्योंकि फर्जी खाता खोलकर पोस्टल एटीएम से राशि की निकासी कर गबन का खेल काफी दिनों से चला आ रहा था। जांच कार्य पूरा होने तक गबन का आंकड़ा पांच करोड़से ऊपर जाने काअनुमानलगाया जा रहा है। गबन के मामले में डाक अधीक्षक ने डाकपाल को निलंबित तो कर दिया है। परन्तु अभी तक दोषी के खिलाफप्राथमिकी क्योंनहीं दर्ज की गई है।
सबसे मजेदार बात यह है कि डाकघर की जांच के लिए समय-समय पर उपडाकघर ग्वालपाड़ा पहुंचने वाले अधिकारीको इतने दिनोंसे फर्जी खाता खोलकर किए जा रहे सरकारी राशि के गबन की भनक क्योंनहीं लगी। लिहाजा जांचकरने वालेअधिकारी परभी सवाल खड़ा होरहाहै। ------------------------
प्रथमदृष्टयामें गबन 50 लाख की राशि गबन की बात सामने आई है। जांच की जा रही है। जांच के बाद ही सही राशि कापताचल पाएगा। जांच में एक सप्ताह से अधिक समय भी लग सकता है। क्योंकि फर्जीखाता जिस व्यक्तिके नाम से खोल राशि की निकासी की गई है। संबंधी व्यक्ति से भी जांच अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। जांचकार्य पूरा होने पर दोषी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
शिवनंदनप्रसाद यादव
डाकअधीक्षक, सहरसा